बिलासपुर पुलिस के पीओ सेल ने मारपीट में अदालत द्वारा उद्घोषित एक अपराधी को गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की है। शख्स को करीब अढ़ाई साल से उदघोषित अपराधी करार दिया जा चुका है। मारपीट के मामले में संलिप्त रहे इस व्यक्ति को पुलिस ने नगर में ही पकड़ लिया। डियारा सेक्टर का रहने वाला यह व्यक्ति नदीम मोहमद काफी समय से पुलिस की आंखों में धूल झोंक रहा था। पीओ सैल ने गिरफ्तार किए गए उद्घोषित अपराधी को आगामी कार्रवाई के लिए सदर थाना पुलिस को सौंप दिया गया है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार डंगार के जोल गांव निवासी विशाल ने 14 अक्टूबर 2013 को पुलिस में शिकायत दर्ज कराई थी। विशाल के अनुसार वह चंडीगढ़-मनाली एनएच पर छड़ोल में टायर पंक्चर की दुकान करता है। 12 अक्टूबर को उसकी एक व्यक्ति से किसी बात को लेकर बहस हो गई थी। उक्त व्यक्ति देख लेने की धमकी देकर वहां से चला गया था। 13 व 14 अक्टूबर की मध्यरात्रि वह वर्कशॉप में सो रहा था। इसी दौरान किसी ने शटर खटखटाकर टायर रिपेयर करवाने की बात कही। उसने उन्हें गाड़ी लाने को कहा। इसी बीच तीन चार लोग वर्कशॉप में घुस गए।
उन्होंने अपने किसी आदमी को धमकी देने का हवाला देते हुए मारपीट शुरू कर दी। एक ने टायर लीवर उसके सिर पर दे मारा। वह किसी तरह जान बचाकर वहां से भागा और ढाबा मालिक सुनील के पास शरण ली। चालान कोर्ट में गया। बिलासपुर शहर के डियारा सेक्टर का नदीम मोह मद किसी भी पेशी पर कोर्ट में हाजिर नहीं हुआ। इस पर 13 जून 2017 को उसे उद्घोषित अपराधी करार दिया गया। पीओ सैल के इंचार्ज दौलतराम की अगुवाई में कांस्टेबल राकेश व राजकुमार ने कई जगहों पर उसकी तलाश की तथा सफलता हासिल हुई।