वीरवार रात को वन विभाग व सदर थाना पुलिस की संयुक्त टीम ने बिलासपुर शहर की दो पंसारी की दुकानों पर छापेमारी की। जानकारी के अनुसार वन विभाग को एक गुप्त सूचना मिली थी कि शहर की पंसारी व अन्य दुकानों में वन्य प्राणी अधिनियम के तहत प्रतिबंधित शैड्यूल वन व टू के जानवरों के अंग या उनके अंगों से तैयार की गई दवाइयां बेची जा रही हैं।
वन विभाग बिलासपुर के रेंज आफिसर से मिली जानकारी के अनुसार शहर के मुय बस अड्डा के बाहर एक पंसारी की दुकान से हाथी के दांतों का चूरा व जानवरों के अंगों से बनी अन्य प्रतिबंधित दवाई भारी मात्रा में बरामद हुई हैं, जिनकी कीमत करीब लाखों रुपए में बताई जा रही है। वहीं रेंज आफिसर ने बताया कि संबंधित पंसारी की दुकान से बरामद किए गए सामान को जांच के लिए लैबोरटरी में भेजा जाएगा जिसके बाद संबंधित दुकानदार पर आगामी कार्रवाई की जाएगी। वहीं उन्होंने बताया कि बस अड्डा के पास स्थित पंसारी की दुकान को जांच पूरी होने तक सील कर दिया गया है।
वहीं शहर की एक अन्य पंसारी की दुकान पर छापेमारी के दौरान भारी हंगामा हुआ जिसके बाद करीब 2 घंटे के बाद भारी पुलिस बल की मौजूदगी में उस दुकान को खुलवाया गया। समाचार लिखे जाने तक संबंधित में विभागीय कार्रवाई जारी थी। छापेमारी के दौरान संबंधित दुकानों के पास अन्य व्यापारी व अन्य लोग भारी मात्रा में एकत्रित हो गए जिस कारण किसी भी अप्रिय घटना से निपटने के लिए भारी मात्रा में अतिरिक्त पुलिस मौके पर बुलाना पड़ा। वहीं डी.एफ.ओ. बिलासपुर सरोज भाई पटेल ने बताया कि गुप्त सूचना के आधार पर यह छापेमारी की जा रही है।