नालागढ़ के रिश्वतखोर आरटीओ ओम प्रकाश पुरी को विजिलेंस टीम ने अब रंगे हाथ रिश्वत देते हुए पकड़ा है। खुद को रिश्वतखोरी के आरोप से बचाने के लिए आरटीओ साहब विजिलेंस के अधिकारी को ही 10 लाख की रिश्वत देने जा रहे थे। लेकिन, विजिलेंस टीम ने आरटीओ का भंडाफोड़ किया और जाल बिछाकर उसे रंगेहाथ रिश्वत देते हुए पकड़ा।
इससे पहले आरटीओ ओम प्रकाश पुरी पर रिश्वत लेने के आरोप लगे थे, जिसके वीडियो सोशल मीडिया पर 28 फ़रवरी से वायरल भी हो रहे थे। वीडियो में दावा किया जा रहा था कि ऊना का अतिरिक्त कार्यभार संभालते हुए पुरी ने लोगों से रिश्वत लेते हुए काम किये हैं। इस वायरल वीडियो के आधार पर विजिलेंस टीम ने पुरी को तलब किया और उसपर जांच बिठाई गई। जांच पुरी होने पर आरटीओ के आरोप सिद्ध हुए और वे ज़मानत पर चल रहा था। इसी बीच अब रिश्वतख़ोर आरटीओ ने विजिलेंस अधिकारी को ही रिश्वत देनी चाही है।
बताया जा रहा है कि आरटीओ ने ये रिश्वत इस मामले को हल्का करने और आय से अधिक संपत्ति की जांच न करने के लिए विजिलेंस टीम को ऑफर दिया। गवाहों की मौजूदगी में विजिलेंस ऊना की ट्रैप टीम ने इस रिवर्स ट्रैप में आरटीओ ओम प्रकाश पुरी को 10 लाख रुपये के साथ दबोच लिया। विजिलेंस ने आरोपी आरटीओ के खिलाफ विभिन्न धाराओं में मामला दर्ज करके आरटीओ को गिरफ्तार कर लिया है। आरोपी को बुधवार को कोर्ट में पेश किया जाएगा।