चंबा मुख्यालय से मात्र 14 किलोमीटर दूर जडेरा पंचायत के मेंद्रोह नामक स्थान पर एक आरटीआई कार्यकर्ता और एक आशा वर्कर पर लोगों द्वारा हमले का वीडियो वायरल हो रहा है। इस वीडियो में कुछ स्थानीय महिलाएं एक महिला के साथ मारपीट कर रही हैं और साथ ही एक आरटीआई कार्यकर्ता पर पत्थरों से हमला करती दिख रही हैं।
दरअसल यह मामला चंबा जिला के मेंद्रोह नाम के गांव का है जहां आरटीआई कार्यकर्ता प्यार मोहम्मद की जमीन की निशानदेही हो रही थी। राजस्व विभाग के सर्कल कानूनगो द्वारा हुक्म नाम दिया गया था। हुकमनामे में कहा गया था कि आप 21 जनवरी 2019 को अपनी जमीन की निशानदेही करवा लें। लेकिन जब निशानदेही शुरू हुई तो इसी बीच अचानक एक बहुत बड़ी भीड़ ने आकर प्यार मोह्माद पर हमला बोल दिया। कहा जा रहा है कि इस भीड़ का इस निशानदेही से कोई लेना-देना नहीं था। इसी बीच भीड़ में से कुछ महिलाओं ने वहां से गुजर रही आशा वर्कर उर्मिला देवी को जबरदस्ती पकड़ कर जमीन पर पटक दिया।
घटना के बाद आरटीआई कार्यकर्ता प्यार मोहम्मद और आशा वर्कर उर्मिला देवी ने देर रात को सदर थाना चंबा जाकर 14 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज करवाया है। साथ ही उन्होंने इस मामले को मीडिया के सामने भी उजागर किया है ताकि उनके साथ कोई अन्याय न हो।
प्यार मोहम्मद ने मीडिया को बताया की मैं पिछले 10 सालों से आरटीआई के तहत कार्य कर रहा हूं, और मैंने कुछ साल पहले मेद्रोह में जमीन ली थी। जिसकी निशानदेही करवाने के लिए मुझे बुलाया गया। अभी निशानदेही शुरू हुई थी कि तभी कुछ लोगों ने जिन्होंने हमारी जमीन और सरकारी भूमि पे कब्ज़ा किया था। अचानक 100 के करीब लोगों की भीड़ ने आकर मुझे जान से मारने की कोशिश की। उन्होंने मीडिया के माध्यम से मुख्यमंत्री से मांग की है कि ऐसे उपद्रवियों के खिलाफ कार्रवाई की जाए जो भीड़ बनकर गांव में भी माहौल खराब कर रहे हैं।
वहीं दूसरी ओर आशा वर्कर उर्मिला देवी का कहना है कि मैं रास्ते से जा रही थी और वहां निशानदेही हो रही थी। तभी नजीर मोहम्मद और उसकी बीवी सहित उसकी भाभियों ने मुझे खूब पीटा, बाल नोचे और सड़क पे घसीटते रहे, हम दो-तीन लोग थे और वो 100 से ज्यादा लोग थे। उन्होंने हमें जान से मारने का प्रयास किया है। मैं सरकार से मांग करती हूं की ऐसे लोगों के खिलाफ कार्रवाई की जाए ताकि किसी की जान माल को नुक्सान ना हो सके।