हिमाचल के सबसे बड़े टैक्स चोरी मामले में सीआईडी ने बड़ी कार्रवाई है। पहली गिरफ्तारी की है CID ने सिरमौर के इंडियन टेक्नोमेक कंपनी द्वारा किए गए 6000 हजार करोड़ के घोटाले मामले में पहली गिरफ्तारी की है। CID ने एक पूर्व आईएएस अधिकारी के बेटे विनय शर्मा को हिरासत में लिया है।
डीआईजी सीआईडी विनोद कुमार धवन ने जानकारी देते हुए बताया कि कंपनी के एक निदेशक विनय शर्मा को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया गया है। हालांकि यह खुलासा नहीं हुआ कि कंपनी के उक्त निदेशक को कहां से गिरफ्तार किया गया है। इस मामले में जल्द ही कुछ और गिरफ्तारियां भी हो सकती हैं।
गौरतलब है कि हिमाचल सरकार को करीब 2175.51 करोड़ रुपये की टैक्स चोरी कर चूना लगाने वाली पांवटा की इंडियन टेक्नोमेक कंपनी के 4 अधिकारियों के खिलाफ आबकारी एवं कराधान विभाग के सहायक आयुक्त ने नाहन के माजरा थाना में बीते दिनों एफआईआर दर्ज करवाई है। इसके बाद यह मामला सीआईडी को सौंप दिया गया।
कंपनी के खिलाफ जांच एजेंसी ने पहले भी किए हैं 2 मामले दर्ज:
कंपनी के खिलाफ जांच एजेंसी भी पहले 2 मामले दर्ज कर चुकी है। विभाग की शिकायत के आधार पर कंपनी के चेयरमैन राकेश शर्मा, निदेशक रंगनाथन श्रीनिवासन, अश्विनी कुमार साहू और सिरमौर के जिलाधीश रहे एक पूर्व आईएएस अधिकारी के बेटे विनय कुमार पर मामला दर्ज किया है।
कंपनी पर अकेले आबकारी विभाग को ही 2175.51 करोड़ रुपये का चूना लगाने का आरोप है। कंपनी पर इसके समेत बिजली बोर्ड, आयकर विभाग और विभिन्न बैंकों के कुल 6,000 करोड़ रुपये के गबन का भी आरोप है। कंपनी पर लगभग 16 बैंकों की 2300 करोड़ रुपये की देनदारी है। आयकर विभाग की करीब 780 करोड़ रुपये की देनदारी बताई जा रही है।