पांवटा साहिब के पुरुवाला में नशीली दवाइयों पकड़े जाने के मामले में इन्वेस्टिगेटिंग एजेंसी सीआईडी ने स्टोर के संचालक को गिरफ्तार करने में सफलता हांसिल की है। जिस स्टोर में नशीली दवाइयां रखी थी उस स्टोर का रेंट एग्रीमेंट पांवटा निवासी दिनेश कुमार के नाम है। लेकिन छापेमारी के बाद दिनेश कुमार मौके से फरार हो गया था। बहरहाल सीआईडी और नारकोटिक्स डिपार्टमेंट की टीम यह पता लगाने का प्रयास कर रही है कि नशीली दवाइयों के गोरखधंधे में दिनेश कुमार का क्या किरदार था। साथ ही यह भी पता लगाया जा रहा है कि बिना लेवल की यह दवाइयां बनाने वाले शातिर जाल साज कौन हैं और कहां छुपे हैं।
गौरतलब है कि कुछ दिन पहले पांवटा साहिब के पूरुवाला में एक बंद पड़ी दवा फैक्ट्री के भीतर एंटी करप्शन ब्यूरो, स्टेट नारकोटिक्स और स्थानीय पुलिस की छापेमारी में बड़ी मात्रा में नशीली दवाइयों पकड़ी गई थी। विभागों की टीमों को यहां पर लगभग 45 हजार ट्रामाडोल कैप्सूल और 9505 शीशियां कोडिंग फास्फेट की मिली थी। यह कैप्सूल और सिरप हालांकि बीमारियों के इलाज में उपयोग किए जाते हैं लेकिन नशेड़ी इन का उपयोग मेडिकल नशे के तौर पर भी करते हैं।
मामला इसलिए भी गंभीर है क्योंकि उक्त दवाइयों पर कोई भी लेबल नहीं लगा था न ही जिम्मेदार विभागों ने इन दवाइयों को बनाने की परमिशन किसी कंपनी को नहीं दी थी। लिहाजा मामला साफ है कि दवाइयां अवैध तरीके से बनाई गई थी और इन्हें अवैध तरीके से ही बेचा जाना था।