कोटखाई गैंगरेप-हत्या मामले में विरोध करना पार्षद और विधायक को उस वक्त महंगा पड़ गया जब उन्होंने अपनी सीमा को लांघते हुए जनता को उग्र करने का अंजाम दिया। इसी के चलते विधायक बलवीर वर्मा और बीजेपी के पार्षद शैलेंद्र चौहान पर FIR भी दर्ज की गई है।
दरअसल, वाक्या कुछ ऐसे हुआ कि 20 जुलाई में विधायक बलवीर की अगुवाई में हजारों लोगों ने सचिवालय का घेराव और पथराव किया। इसी बीच ढली पार्षद शैलेंद्र चौहान की पत्थर मारने वाली वीडियो भी वायरल हुई, जिसके चलते इन दोनों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है।
गुड़िया को न्याय दिलाने के लिए धरने प्रदर्शनों के दौरान कई जगह चक्का जाम हुए थे। यहां तक की रिज और माल रोड़ पर धारा 144 तोड़ी गई थी, उसपर भी पुलिस कार्रवाई कर सकती है। पुलिस ने बकायदा सबकी वीडियो रिकॉर्डिंग भी की है।
उस वक्त जनता को उग्र होते देख पुलिस ने कुछ नहीं कहा लेकिन अब पुलिस कार्रवाई करने के मूड में है। दूसरी ओर खबर है कि ठियोग में शनिवार को हुए प्रदर्शन और चक्का जाम को लेकर पुलिस ने पूर्व विधायक राकेश सिंघा, सोहन सिंह, संदीप वर्मा, बाल कृष्ण, सुरेश वर्मा, महेंद्र वर्मा, अरुण वर्मा, अरुण चंदेल के खिलाफ भी मामला दर्ज किया है।