गर्मियों का मौसम शुरू होते ही जंगलों में आगजनी का सिलसिला शुरू हो गया है। बीती रात टूटीकंडी के पास जंगल मे भयंकर आग भड़क उठी। आग की लपटें बढ़ती देख अग्निशमन विभाग को सूचित किया गया। मौके पर पहुंची अग्निशमन विभाग की गाड़ियों ने आग पर काबू पा लिया है। इस आगजनी से कोई बड़ा नुकसान नही हुआ है लेकिन गर्मियों में जंगलों की आग करोड़ों की वन संपदा को स्वाहा कर देती है।
सनद रहे कि 2018 में सूबे में सबसे ज्यादा आगजनी की घटनाएं चंबा जिला में सामने आई। इस दौरान प्रदेश भर में 1560 आग की घटनाएं सामने आई। जिससे 4600 हेक्टेयर वन क्षेत्र का नुकसान हुआ। इस भूमि को वन योग्य बनाने के लिए काफी समय लगता है।
आगजनी से हिमाचल के जंगलों को करोड़ों का नुकशान पहुंचता है। इस बार वन विभाग ने अपनी घासनियों में भी आग लगाने से पहले वन विभाग से अनुमति लेने के आदेश जारी किए है। उल्लंघन करने वालों के ख़िलाफ़ कड़ी कार्यवाही करने के भी निर्देश दिए गए है।