बिलासपुर के स्वारघाट के अंतर्गत गांव भटेड़ में एक गरीब मां- बेटी पर उस समय दुःखों का पहाड़ टूट पड़ा जब उसके रिहायशी मकान के 4 कमरे शार्ट सर्किट से आग लगने के कारण जलकर राख हो गये। साथ ही आग लगने से उक्त महिला का चारों कमरों में रखा हुआ सारा सामान आग की भेंट चढ़ गया। प्रशासन की तरफ से फ़ौरी राहत के तौर पर पीड़ित महिला और उसकी बेटी को 10 हज़ार की आर्थिक मदद प्रदान की गई है।
बता दें कि नयनादेवी से आग बुझाने के लिये अग्निशमन वाहन को भी बुलाया गया था लेकिन तब तक सब कुछ खाक हो चुका था। इस अग्निकांड में घर में रखा बैड, टीवी, फ्रिज, पंखे ,कम्बल, रजाई और रसोई में रखा हुआ सारा सामान सब कुछ आग की भेंट चढ़ गया है। अब उक्त महिला खुले आसमान के तले रहने को मजबूर होना पड़ेगा। अग्निकांड की सूचना के तुरन्त बाद पुलिस थाना स्वारघाट के थाना प्रभारी राजेन्द्र शर्मा ने अपने दलबल सहित घटनास्थल पर जकातखाना के स्थानीय लोगों की मदद से राहत कार्य किया है।
हैरानी की बात तो यह है कि उक्त पीड़िता महिला के पति कि कुछ साल पहले मृत्यु हो गई थी। यही नहीं गत साल उसके युवा बेटे दीपक का मर्डर हो गया था।