प्रदेश में चल रही यूनिवर्सल हेल्थ प्रोटेक्शन स्कीम में बन रहे हेल्थ कार्ड के नाम पर एक कंपनी द्वारा फर्जीवाड़ा करने का मामला सामने आया है। कांगड़ा जिला के ज्वाली में इस स्कीम के नाम पर लोगों से 1100 रुपये वसूलने की शिकायत पुलिस थाने में दर्ज करवाई गई है।
जानकारी अनुसार, तीन लोगों ने एक कंपनी बनाकर डोर टू डोर जाकर लोगों से उक्त स्कीम के तहत हेल्थ कार्ड बनाने की बात कही। लोगों से पैसे लेने के बाद कुछ को हेल्थ कार्ड भी थमा दिए। बताया जा रहा है कि अभी तक इन तीन लोगों ने 16 परिवारों के हेल्थ कार्ड बनाए थे। ठगी के शिकार हुए किसी एक परिवार के सदस्य ने जब इस कार्ड को चलाया तो ये कार्ड नहीं चला। जिसके बाद इस बात की शिकायत स्वास्थ्य विभाग से की गई।
वहीं, जब स्वास्थ्य विभाग ने संज्ञान लिया तो यूनिवर्सल हेल्थ प्रोटेक्शन स्कीम कार्ड का फर्जीवाड़ा सामने आया और जांच में पता चला कि होम डिलिवरी के नाम पर लोगों से 1100 रुपये वसूले जा रहे हैं। इस फर्जीवाड़े मामले में 16 लोगों की शिकायत के आधार पर एक कंपनी के तीन लोगों पर एफआईआर दर्ज की गई है।
डीएसपी जवाली ज्ञान चंद ठाकुर ने बताया कि स्मार्ट कार्ड बनाने के नाम पर धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया गया है। वहीं, स्वास्थ्य मंत्री विपिन परमार ने कहा कि स्मार्ट कार्ड बनाने के लिए दो स्थान चिन्हित है, एक धर्मशाला और दूसरा भवारना। हेल्थ कार्ड घर-घर जाकर किसके आदेश पर बनाए जा रहे हैं, फिलहाल इसकी छानबीन की जा रही है।