Follow Us:

गाजिया अग्निकांड: मौत से लड़ते हुए जिंदगी की जंग हार गया 3 साल का मासूम

नवनीत बता |

भोरंज के नगरोटा गाजिया में 14 जुलाई को हुए अग्निकांड में 28 वर्षीय विवाहिता की टांडा मेडिकल कॉलेज में मौत हो गई थी। उस अग्निकांड में साढे 3 साल का बेटा और शिल्पा का पति योगेश भी आग से झुलसे हुए थे। साढे 3 साल का बेटा विवान आग के जख्मों के ताव को सहन न कर सका और 3 दिन जिंदगी से लड़ते-लड़ते मंगलवार सुबह लगभग 5:00 बजे पीजीआई में उसने भी दम तोड़ दिया। जबकि योगेश का उपचार पीजीआई में चल रहा है।

गौरतलब है कि उपमंडल भोरंज के नगरोटा गाजिया में 14 जुलाई रात के 11:00 बजे कमरे में आग लग गई थी। आग लगने के कारणों का अभी तक पता नहीं लग पाया है। यह आत्म हत्या है या हत्या की कोशिश की गई है। इस बारे में अभी पुलिस जांच के बाद ही स्थिति स्पष्ट हो पाएगी।

उधर शिल्पा के मायके वालों का आरोप है कि उनकी बेटी को दहेज के लिए प्रताड़ित किया जाता था और उसके साथ पहले भी मारपीट की जाती थी इसको लेकर कई बार आपस में समझौता भी करवाया गया था। लेकिन फिर भी इनकी कलह  बढ़ती ही गई जिसका परिणाम साढ़े तीन वर्ष के छोटे से बच्चे को भी अपनी जान से हाथ धोना पड़ा।

मायके वालों ने ससुराल वालों के खिलाफ शिकायत भी भोरंज थाना में दर्ज करवाई हुई है। मायके वालों के अनुसार एक सोची समझी साजिश के तहत उनकी बेटी को जलाया गया है मायके वालों का कहना है कि उन्हें कानून पर पूरा भरोसा है और उनकी बेटी को जरूर इंसाफ मिलेगा।