जिस पेपर-लीक ने CBSE के तौर-तरीकों को कटघरे में खड़ा कर दिया, जिसकी वजह से देश भर के हज़ारों स्टूडेंट परेशान हुए, देश की जांच एजेंसियों को दिन-रात एक करके ख़ाक छाननी पड़ी, यहां तक कि केंद्र की मोदी सरकार भी अपनी इज्जत बचा रही थी। इन सभी कांड के आरोपियों को हिमाचल से गिरफ्तार किया गया है। दिल्ली की क्राइम ब्रांच ने हिमाचल के ऊना स्थित डीएवी पब्लिक स्कूल से 3 संदिग्धों को गिरफ्तार कर अपने साथ ले गई है। इनमें कॉमर्स के लेक्चरर राकेश कुमार, क्लर्क अमित शर्मा और चपरासी अशोक शामिल हैं।
डीएवी स्कूल के प्रिंसिपल ने समाचार फर्स्ट को बताया कि शुक्रवार को दिल्ली पुलिस की टीम उनके पास आई थी और तीनों संदिग्धों से तकरीबन 2 घंटे तक पूछताछ की। इसके बाद उन्हें गिरफ्तार करके अपने साथ दिल्ली ले गई। स्कूल प्रिंसिपल ने पेपर-लीक से संबंधित कोई भी जानकारी पहले होने से इनकार किया है। उनका कहना है कि उनके स्कूल में कोई परीक्षा-सेंटर ही नहीं है। उल्टा उनके स्कूल के बच्चे दूसरे स्कूल में परीक्षा देने जाते हैं। (बाकी की अहम जानकारी विज्ञापन के नीचे हैं…कृपया स्क्रॉल करें)
प्रिंसिपल का कहना है कि जिन 3 लोगों को दिल्ली क्राइम ब्रांच ने गिरफ्तार किया है, वो ऊना के ही पेखुवाला स्थित जवाहर नवोदय विद्यालय में परीक्षा सेंटर पर तैनात थे।
हिमाचल पुलिस को बिन बताए दिल्ली क्राइम ब्रांच की कार्रवाई
दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने इस मामले को बेहद गोपनीय ढंग से अंजाम दिया है। तीनों संदिग्धों की गिरफ्तारी को लेकर हिमाचल पुलिस को भी सूचना नहीं दी गई। क्राइम ब्रांच की टीम चुपचाप ऊना पहुंची, तस्दीक की और आरोपियों को उठाकर चलती बनी। जब यह मामला मीडिया के संज्ञान में आया, तब ऊना पुलिस की आंखें खुली।
समाचार फर्स्ट ने मामले में जब ऊना के एसपी से बात की तो उन्होंने मामले की जानकारी होने से इनकार किया। हालांकि, इस केस में हिमाचल से पकड़े गए लोगों को अभी दिल्ली पुलिस किसी गुप्त स्थान पर रखी है। हालांकि, मामले की दिल्ली पुलिस ने पुष्टि कर दी है। वहीं, स्कूल के प्रिंसिपल और दिल्ली पुलिस की पुष्टि के बाद हिमाचल पुलिस ने भी इस मामले की जानकारी आधिकारिक तौर पर सार्वजनिक की है।