जब हिमाचल के सबसे पढ़ाकू जिले के स्कूलों में शिक्षक ही भ्रष्टाचार को बढ़ावा दे रहे हों तो ऐसी स्थिति में पढ़ने वाले बच्चों से क्या अपेक्षा की जा सकती है। जी हां, हमीरपुर जिला के शिक्षा विभाग में एक कार्यक्रम के तहत स्टेशनरी घोटला सामने आया है। यहां सर्व शिक्षा अभियान और राष्ट्रीय माध्यमिक शिक्षा अभियान के तहत जो सेमिनार चलाए गए थे उसमें स्टेशनरी ख़रीद के बिल में बड़ी गड़बड़ी हुई है। इसके लिए बकायदा कुछ शिक्षकों ने अधिकारी को शिकायत भी की है और जांच की मांग की है।
शिकायत के मुताबिक, जिला में अलग-अलग जगहों पर चलाए सेमिनार में जो राइटिंग पेन का दाम था वे 5 रुपये था, लेकिन उसका बिल 7 रुपये के हिसाब से बनाया गया। इसी तरह जो पैड 13 रुपये का था, उसका बिल 15 रुपये के हिसाब से बनाया गया। ऐसे ही कई और चीजों के बिल भी अधिक दाम दिखाकर बनाए गए हैं। इन सेमिनारों के लिए जिला भर क़रीब 9 का बजट रख़ा गया था, जिसमें घोटाला हुआ है। वहीं, एसएसए के परियोजना अधिकारी राजेंद्र पाल ने मामले की पु्ष्टि की है और जांच की बात कही है।