लाहौल स्पीति के उदयपुर में पहाड़ टूटने से अभी तक किसी तरह के इंसानी जानी नुकसान की ख़बर नहीं है। लेकिन पहाड़ टूटने से 2 मवेशियों की मौत हो चुकी हैं जबकि 5 गोशालाएं तबाह हो चुकी हैं। बताया जा रहा है कि पानी का बहाव रुक जाने के बाद जो अचानक पानी आया उससे काफी नुकसान हुआ है।
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, करीब 52 रुपय लागत की फ़सल इस बाढ़ में बर्बाद हो गई। बहाव रुक जाने से जूंडा, तडंग और जसरथ गांव की सैकड़ों बीघा ज़मीन जलमग्न हो गई है। अभी तक घटनास्थल पर स्थिति सामान्य नहीं हुई है। सरकार की ओर हवाई सर्वेक्षण औऱ पुख्ता बंदोबस्त तो कर दिए गए हैं। लेकिन अभी लोगों को काफी परेशानी आ रही है। ये जरूर है कि अब नदी का बहाव खुल गया है लेकिन बरसात के मौसम तक गांवों को अभी तक ख़तरा बना हुआ है।