सेब बागवानों से धोखाधड़ी के मामले में हिमाचल प्रदेश की एसआईटी को बड़ी कामयाबी हाथ लगी है। एसआईटी ने बागवानों और बैंकों का आठ से 10 करोड़ रुपये डकारने वाले आढ़ती को मुंबई से गिरफ्तार किया गया है। यह कई मामलों उद्घोषित अपराधी है। करीब 150 सिविल सूट में वांछित है। आरोपित का नाम संदीप मेहता उर्फ सैंडी है। सैंडी ऊपरी शिमला के मंढोल गांव का रहने वाला है। आरोपी को गिरफ्तार कर सोलन लाया गया है।
एसआईटी ने मुंबई पुलिस की मदद से इसे काबू किया गया। पिछले दिनों भी एसआईटी की टीम गिरफ्तारी वारंट लेकर मुंबई गई थी। तब ठिकाना बदल दिया था। चार-पांच दिन से सीआइडी की टीम ने कई ठिकानों पर नजर रखी। एसआईटी पुलिस को साथ लेकर असली ठिकाने तक पहुंची और आरोपित को गिरफ्तार कर लिया। कोर्ट से गिरफ्तारी वारंट लिया गया था, इसलिए ट्रांजिट रिमांड लेने की जरूरत नहीं पड़ी।
आरोपित पिछले 3-4 साल से मुंबई में रह रहा था। पुलिस, एसआईटी से बचने के लिए ठिकाने बदलता रहता था। एसआईटी ने 2018 में शिमला में 25 बागवानों की शिकायतों पर केस दर्ज किया था। इनका करोड़ों रुपये का सेब का पैसा हड़प कर गया था। वह आढ़त सोलन और परवाणु में करता था। बागवानों के चार करोड़ रुपये की अदायगी नहीं की।
आरोपित ने कई आढ़तियों को भी चूना लगाया। कई बैंकों से कर्ज लिया। इन बैंकों का कर्ज भी वापस नहीं लौटाया। ज्यादातर बैंक सोलन के हैं। आरोपित को कई कोर्ट से अधघोषित अपराधी घोषित किया हुआ है। यह शिमला और सोलन के कोर्ट हैं। इनमें इसके खिलाफ सिविल सूट के केस चल रहे हैं।