महाराष्ट्र में हुए छात्रों के विरोध प्रदर्शन के मामले में हिंदुस्तानी भाऊ को मुंबई पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। हिंदुस्तानी भाऊ पर छात्रों को भड़काने का आरोप है। इस दौरान आंदोलनकारी छात्रों ने सार्वजनिक संपत्ति को भी नुकसान पहुंचाया था। मुंबई के धारावी पुलिस स्टेशन में विकास जयराम पाठक उर्फ हिंदुस्तानी भाऊ और इकरार खान के नाम पर आईपीसी की धारा 353, 332, 427, 109, 114, 193, 145,146,149, 188, 269, 270 के तहत मुकदमा दर्ज किया है।
सोमवार को मायानगरी मुंबई के धारावी इलाके के पास छात्रों ने बड़ा विरोध प्रदर्शन किया था। दरअसल 10वीं और 12वीं के छात्र एग्जाम को ऑनलाइन कराने की मांग को लेकर प्रदर्शन कर रहे थे। इस दौरान हजारों छात्रों ने इलाके के रास्ते को तकरीबन घंटे भर तक रोके रखा। इसकी वजह से पूरे धारावी इलाके में भयानक जाम भी लगा था। छात्रों के हुजूम को तितर-बितर करने के लिए पुलिस ने लाठीचार्ज किया था।
महाराष्ट्र की स्कूली शिक्षा मंत्री वर्षा गायकवाड़ के मुंबई स्थित घर पर भी छात्रों ने विरोध प्रदर्शन किया छात्रों ने शिक्षा मंत्री के धारावी वाले घर पर भी विरोध प्रदर्शन और आंदोलन किया था। दरअसल कुछ दिन पहले महाराष्ट्र शिक्षा विभाग ने 10वीं और 12वीं की परीक्षा को ऑफलाइन कराने का फैसला लिया था। सरकार के इस फैसले के विरोध में छात्रों ने यह प्रदर्शन किया था।
इस मामले पर भारतीय जनता पार्टी के विधायक और विधान परिषद में नेता विपक्ष प्रवीण दरेकर ने ठाकरे सरकार को घेरते हुए कहा है कि छात्रों पर लाठीचार्ज सही नहीं है। उन्होंने कहा कि छात्रों की सभी मांगें जायज हैं। दरेकर ने कहा कि जिस जगह पर लाठीचार्ज हुआ है, वहां से महज कुछ फासले की दूरी पर मुख्यमंत्री का घर है। ऐसे में सीएम उद्धव ठाकरे को खुद इसमें दखल देना चाहिए ताकि छात्रों को राहत मिल सके।
कुछ दिन पहले आरआरबी एनटीपीसी के रिजल्ट में धांधली के विरोध में बिहार और उत्तर प्रदेश में छात्रों का हिंसक प्रदर्शन हुआ था। यूपी के इलाहाबाद में छात्रों ने उग्र प्रदर्शन किया तो बिहार के गया जंक्शन पर आक्रोशित छात्रों ने ट्रेन में आग लगा दी थी। हालात को काबू करने के लिए पुलिस को बल का प्रयोग करना पड़ा था। छात्रों ने भी पुलिस पर पत्थर फेंके थे। इस दौरान स्टूडेंट्स ने बिहार के पटना, नवादा, नालंदा, बक्सर, आरा सहित कई अन्य इलाकों में ट्रेनें रोकी थीं। इस मामले में खान सर पर उंगलियां उठी थीं। उनपर यह आरोप लगाया गया था कि उन्होंने स्टूडेंट्स को अपने वीडियो के जरिये भड़काया था।