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आग से बचने का कोई साधन न सूझा तो लगा दी जान की बाजी

समाचार फर्स्ट डेस्क |

गुजरात में सूरत के सरथाना इलाके में एक कोचिंग सेंटर में आग लगने से कम से कम 20 छात्रों मर गए और कई अन्य घायल हो गए। तक्षशिला परिसर की तीसरी और चौथी मंजिल पर कोचिंग सेंटर था जो भीषण आग की भेंट चढ़ गया। जब यह कोचिंग सेन्टर धू-धू करके जल रहा था तो उस समय वहां पढ़ने वाले बच्चों का धुएं से दम घुटने लगा और कुछ समझ ना आने पर खुद की जान बचाते हुए खिड़कियों से कूदना शुरु दिया।  यह मंजर देखने में बहुत ही भयानक था।

इससे भी भयानक यह महसूस करना है कि उस समय इन बच्चों की क्या स्थिति रही होगी जिन्होंने वहां कुदना शुरु कर दिया। जब यह बात सोच रहें हैं तो दिल दहल जा रहा है। जब यह आग लगी तब वहां कमल नाम का व्यक्ति को मसीहा माना जा रहा है जिसने वहां पर 19 बच्चों की जान बचाई।

मुख्यमंत्री विजय रूपाणी ने हादसे की जांच के निर्देश दे दिए हैं। इसके अलावा उन्होंने हादसे में जान गंवाने वाले छात्रों के परिजनों के लिए चार-चार लाख रुपए के मुआवजे का ऐलान किया है। सीएम खुद सूरत के लिए रवाना हो रहे हैं।
इस हादसे में पांच को गुनहगार ठहराया जा रहा है। इमारत का मालिक, सूरत नगर निगम, स्थानीय पुलिस, बिजली विभाग और फायर ब्रिगेड़। सचांलक के खिलाफ केस दर्ज़ कर लिया गया है।