राजधानी शिमला के लक्कड़ बाजार बस स्टैंड के समीप सैंकडों साल पुराने लकड़ी तीन मंजिला मकान में भयंकर आग लग गई। हालांकि इस आगजनी से कोई जानी नुकसान नहीं हुआ हैं। लेकिन रात लगभग 12 बजकर 25 मिनट पर लगी इस आग ने भवन को राख के ढेर में तब्दील कर दिया। आग पर काबू पाने के लिए तीनों स्टेशनों छोटा शिमला, बालुगंज और मालरोड़ से चार वाटर टैंकर और लगभग 30 जवान मौके पर पहुंचे और आग बुझाने के लिए कड़ी मुश्क़त करनी पड़ी।
लकड़ी का बना यह मकान बहुत ही पुराना था, इस मकान में जैसे ही आग लगी और कुछ मिनट में ही भयंकर लपटें उठने लगी। देखते ही देखते तीन मंजिला मकान एकाएक जमींदोज हो गया। आग बुझाने में जूटे अग्निशमन अधिकारी और कर्मचारी तीन मंजिला मकान से गिरने से बाल -बाल बचे। दो घंटे की कड़ी मुश्क़त के बाद आग पर काबू पाया गया। यह मकान राम बाजार के बिजनेसमेन गोयल फर्नीचर का था। वह इस मकान में नहीं रहते थे यह काफी सालों से खाली पड़ा था। इस पुराने मकान को चौधरी बिल्डिंग के नाम से जाना जाता था। गौर रहे कि काफी वर्षों से खाली पड़े इस मकान को नशेडियों ने अपना अड्डा बना रखा था। यहां के स्थानीय लोगों का कहना है कि एक पागल व्यक्ति भी इसमें आता जाता रहता था।