जिला कांगड़ा के उपमंडल फतेहपुर में इन दिनों जंगली जानवरों का शिकार धड़ल्ले से किया जा रहा है। जहां एक तरफ वन्य प्राणी विभाग आंखें मूंदकर कुंभकर्ण की नींद सोया हुआ है। तो वहीं, दूसरी तरफ वनों से लुप्त हो रही जंगली जानवरों की प्रजातियों का अस्तित्व भी खतरे में बना हुआ है। हर रोज की तहर शुक्रवार देर शाम भी सांसी (बंगाली) समुदाय के लोग अपनें शिकारी कुत्तों के साथ ग्रांम पंचायत लरहूं से सटे मौखर जंगल में शिकार पर निकले और उन्होंने कुछ लुप्त होनें की कगार पर पहुंच चुकी मासूम से दिखने बाले अद्भूत प्रजाति के दो जंगली जानवरों को मार डाला।
घटना की सूचना लगते ही मिडिया की टीम ने मौके पर पहुंच शिकारियों के पास से लुप्त हो रहे जंगली जानवर का शिकार कऱ मारा गया जोड़ा पाया। वहीं, लगातार हो रहा जंगली जानवरों के शिकार को लेकर पर्यावरण प्रेमियों का कहना है की इस तरह की चुनिंदा ही कुछ एक प्रजातियां बची हैं। अतःइसी तरह रोजाना अवैध शिकार होता रहा तो वे दिन दूर नहीं जो इक्का दुक्का जानवरों की प्रजातियां हैं वे भी लुप्त हो जाएगीं।
इस मामले को लेकर ग्रांम पंचयात लरहूं प्रधान ममता देवी ने इस तरह किए जा रहे जंगली जानवरों के अवैध् शिकार को लेकर कड़ी चिंता व्यक्त करते हुए निंदा की है और वन्य प्राणी विभाग से मांग की है की वनों में लगातार हो रहे अवैध शिकार करनें बालों के खिलाफ कड़ी कार्यवाही की जाए और बेजुबानों का शिकार रोका जाए।