कोटखाई मामले में अब नया मोड़ आ गया है। ये मामला हर कार्रवाई के साथ उलझता ही जा रहा है। जानकारी के मुताबिक इस मामले में गुड़िया ही नहीं, सूरज की हत्या के सबूत भी नष्ट हो चुके हैं । पुलिस ने जिस FTA कार्ड में सूरज के ब्लड के सैंपल लिए थे, वह आग की भेंट चढ़ चुका है। CBI का आरोप है कि पुलिस वालों ने ये सैंपल इस कार्ड पर उठाए ही नहीं थे। अगर ऐसा है तो आरोपी पुलिस अधिकारी और कर्मचारी सबूत मिटाने के आरोप में और फंसते जाएंगे।
CBI के मुताबिक सूरज को डंडे और ब्लंट वैपन से मारा गया। इस निर्मम हत्या में प्रयुक्त ये दोनों हथियार भी आग के हवाले हो गए हैं। सूत्रों का कहना है कि गुडिय़ा केस के आरोपी सूरज थर्ड डिग्री टॉर्चर देकर तड़पा-तड़पा कर मारा गया है। हैरानी इस बात की है कि अभी तक तत्कालीन SP के खिलाफ कोई भी पुख्ता सबूत CBI को नहीं मिला है। अगर कोई सबूत मिला होता तो यह अधिकारी भी गिरफ्तार हो जाता।
हालांकि SP कड़ी पूछताछ की जा रही है। तब उन्होंने प्रैस को बयान दिया था कि सूरज की मौत राजू के हाथों हाथापाई से हुई है। सूरज की लॉकअप में मौत हो जाने पर SP मौके पर नहीं गए थे। मौके पर पुलिस की SIT टीम के मुखिया IG जैदी गए थे। वहीं, SP 19 जुलाई को सुबह थाने क्यों पहुंचे जबकि सूरज की हत्या आधी रात को हो गई थी।