चंबा जिले में भूस्खलन होने से एक स्कूल पर पहाड़ी गिर गई। यह पहाड़ी चुराह घाटी की प्राथमिक पाठशाला कंगेला पर दरक कर गिर गई। स्कूल के साथ लगता एक घर भी इस पहाड़ी की चपेट में आकर बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया। गनीमत यह रही की स्कूल में मौजूद 64 बच्चे और अध्यापक बाल-बाल बच गए।
जानकारी के अनुसार कंगेला स्कूल में सुबह साढ़े दस बजे पहाड़ी दरक गई। भारी भरकम पत्थर स्कूल की छत पर गिर गए। जैसे ही स्कूल की छत पर पहला पत्थर पड़ा छात्रों और अध्यापकों में भगदड़ मच गई। बच्चों को बाहर निकालते ही दूसरा पत्थर स्कूल की छत को चीरता हुआ कमरे में आ गिरा। अध्यापकों ने मुस्तैदी दिखाकर कई जिंदगियां बचा लीं। बताया जा रहा है कि प्रार्थना सभा के कुछ समय पहले ही यह घटना घटी। स्कूल में कुल 64 बच्चे पढ़ते हैं, लेकिन बारिश के कारण सिर्फ पांच ही स्कूल आए थे। ऐसे में कम बच्चों का स्कूल आना भी बचाव का मुख्य कारण रहा, नहीं तो इतने बच्चों में भगदड़ मचने से कोई बड़ी घटना हो सकती थी।
स्कूल के साथ ही नूरसेन पुत्र इब्राहिम निवासी कंगेला का मकान भी बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गया। जब मकान पर पहाड़ी के पत्थर गिरे इस समय मकान में कोई भी मौजूद नही था अन्यथा यहां भी कोई बड़ा नुक्सान हो सकता था। स्कूल के प्रभारी संदीप ठाकुर ने इसकी सूचना प्रशासन और विभाग को दी। पंचायत प्रधान महबूब खान, उपप्रधान परस राम और समाजसेवी विपिन राजपूत घटनास्थल पर पहुंचे। उन्होंने पीड़ित परिवार और स्कूल स्टाफ को हर संभव सहायता देने का आश्वासन दिया। बच्चों को सुरक्षित स्थान पर स्थानांतरित कर दिया गया है।