पुलिस ने साइबर अपराध के आरोपी जोकि पेटीएम के जरिए दुकानदारों को ठग रहा था उसको गिरफ़्तार कर लिया है। शहर के विभिन्न उपनगरों की दुकानों में जाकर शातिर ने लैपटॉप और मोबाइल की खरीददारी की और इसका भुगतान पेटीएम से किया। इस पेटीएम से खरीददारी का मैसेज तो दुकानदारों को मिला लेकिन एकाउंट ने पैसा ट्रांसफर नही हुआ। शहर के तीन दुकानदारों को वह हजारों का चूना लगा चुका था।
खास बात यह है कि आरोपी महज 20 साल का है और वह ठगी को बेहद शातिराना तरीके से अंजाम देता था। इस पेटीएम मामले का खुलासा तब हुआ,जब तीनों दुकानदारों ने अपने अकाउंट की पड़ताल की, उसमें सामने आया कि अकाउंट में कोई पैसा नहीं पहुंचा है। इसके बाद दुकानदारों ने पुलिस में शिकायत दी।
आरोपी की पहचान 20 वर्षीय आकर्श वर्मा निवासी चंबाघाट सोलन के रूप में हुई है। शिमला पुलिस ने आज उसे उसके आवास से गिरफतार किया। पुलिस ने उसके खिलाफ आईपीसी की धारा 420 के तहत केस दर्ज किया है और रिमांड के लिए उसे शुक्रवार को कोर्ट में पेश किया जाएगा। आरोपी इतना शातिर है कि दुकानों में ठगी के दौरान अपना फर्जी मोबाइल नंबर को प्रयोग में लाता था। बीते 27 जुन को उपनगर टूटू में जनरल स्टोर चलाने वाला कारोबारी संजय गुप्ता इस शातिर अपराधी का शिकार बना।
शिकायतकर्ता के मुताबिक आरोपी एक लड़की के साथ उसके जनरल स्टोर में आया और उसने एक मंहगा मोबाइल खरीदा। इसका भुगतान पेटीएम से किया गया। तीन दिन बाद 30 जून को आरोपी ने न्यू शिमला और ढली में ठगी को अंजाम दिया। न्यू शिमला में लैपटाप के शोरूम से उसने 59 हजार का लैपटॉप खरीदा और इसका भूगतान पेटीएम से किया। मोबाइल पर भुगतान की पुष्टि होने के बाद शोरूम के मालिक ने शाम के समय जब अकाउंट चैक किया, तो उक्त राशि का अकाउंट में ट्रांसफर नहीं हुआ था।
इसी दिन आरोपी ने ढली में इलैक्ट्रोनिक की दुकान के मालिक इंद्रजीत सिंह को शिकार बनाया। यहां उसने सोनी कंपनी के 7600 रूपये के दो स्टीरियो खरीदे और उक्त मामलों की तरह पेटीएम से भुगतान किया और चलता बना। लेकिन अकांउट का पड़ताल करने के बाद दुकानदार को ठगी का अहसास हुआ और मामले की पुलिस में शिकायत की। अब पुलिस ने आरोपी को पकड़ लिया है और जांच शुरू कर दी है।