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बिलासपुर: डॉक्टर की आत्महत्या मामले में सामने आई पुलिस की लापरवाही

समाचार फर्स्ट डेस्क |

बिलासपुर के रौड़ा सेक्टर में महिला डॉक्टर आत्माहत्या मामले में SIT की जांच में पुलिस की लापरवाही सामने आई है। पुलिस ने दावा किया था कि मृतका के कमरे से कोई संदिग्ध सामान बरामद नहीं हुआ था। वहीं, SIT ने मृतका के कमरे से एक लैपटॉप, मेमोरी कार्ड, डायरी के फटे हुए पन्ने और किसी अन्य व्यक्ति के नाम से कटे मोबाइल फोन के बरामद किए हैं।

एसआईटी ने इन साक्ष्यों को जुटाने के बाद अब डायरी से फाड़े गए पन्नों को जोड़कर छानबीन शुरू कर दी है। ज्योति के कमरे से मिली शराब की बोतल को पहले ही एफएसएल जांच के लिए भेजा जा चुका है। इस बारे में एसपी बिलासपुर अंजुम आरा के आदेशों के बाद एसआईटी की टीम डीएसपी घुमारवीं राजेश कुमार की अगुवाई में टीम देर रात तक मौके पर जांच में जुटी रही। पहले कमरे में लैपटॉप नहीं होने की बात कही गई थी, लेकिन अब कमरे से लैपटॉप आने से सवाल उठता है कि अचानक लैपटॉप कमरे में कैसे आ गया।

गौरतलब है कि डॉ. ज्योति ठाकुर का शव उनके रौड़ा सेक्टर स्थित निजी आवास में 6 सितंबर को पंखे से लटका मिला था। प्रारंभिक जांच में पुलिस ने आत्महत्या का मामला बताया था। लेकिन, बाद में मृतका के भाई ने इसे हत्या करार देते हुए इस बारे ऑनलाइन शिकायत की थी। मृतका के परिजनों ने हमीरपुर की पूर्व विधायक उर्मिल ठाकुर के नेतृत्व में SP बिलासपुर और DC से मुलाकात कर जांच की मांग की थी। इसके बाद पुलिस ने मामले की जांच के लिए SIT का गठन किया है।