Ramakrishna Mission Brahmo Samaj dispute: शिमला में रामकृष्ण मिशन और ब्रह्मो समाज के बीच चल रहे संपत्ति विवाद ने शनिवार को हिंसक रूप ले लिया। ब्रह्मो समाज के अनुयायी शाम को रामकृष्ण मिशन आश्रम पहुंचे और वहां उपासना शुरू कर दी। रामकृष्ण मिशन के अनुयायियों ने इसे लेकर आपत्ति जताई, जिसके बाद तनाव बढ़ गया। मौके पर मौजूद रामकृष्ण मिशन के सहसचिव स्वामी राम रूपानंद ने बताया कि ब्रह्मो समाज के अनुयायी भक्त बनकर आए थे। इसी दौरान ब्रह्मो समाज ने कलश स्थापना करने की कोशिश की, जिसे रोकने के प्रयास में विवाद शुरू हो गया। यह विवाद विधानसभा के पास स्थित रामकृष्ण मिशन और ब्रह्मो समाज की संपत्ति को लेकर चल रहा है। शनिवार शाम 5:30 बजे बड़ी संख्या में लोग रामकृष्ण मिशन पहुंचे, जिसके बाद यह घटना हुई।
हिंसा और झड़प
देर रात करीब 1:00 बजे स्थिति तब और बिगड़ गई जब एक महिला ने कुर्सी से हमला कर दिया। इसके बाद दोनों पक्षों ने गमलों और पत्थरों से एक-दूसरे पर हमला कर दिया। झड़प में पुलिस कर्मियों समेत दोनों पक्षों के कई लोग घायल हो गए। घायलों का उपचार आईजीएमसी अस्पताल में किया जा रहा है।
ब्रह्मो समाज के आरोप
हिमालयन ब्रह्मो समाज शिमला ने रामकृष्ण मिशन पर संपत्ति हड़पने का आरोप लगाया। शनिवार को आयोजित 133वीं ऑल इंडिया ब्रह्मो कॉन्फ्रेंस में भारतीय ब्रह्मो समाज के अध्यक्ष डॉ. सुमंता नियोगी ने यह आरोप लगाया। महासचिव विशाल शर्मा और ट्रस्टी मेला राम सगरोली ने भी इस मुद्दे पर बयान दिया।
पुलिस कार्रवाई
शिमला एसपी संजीव कुमार गांधी ने बताया कि घटना के बाद संबंधित धाराओं में एफआईआर दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई है। उन्होंने कहा कि तनाव के दौरान एबीवीपी और भाजपा समर्थकों के शामिल होने के बाद स्थिति और खराब हो गई।