कांगड़ा के डमटाल में आने वाले गांव छन्नी में गुंडागर्दी का आलम है। यहां युवाओं की बदमाशी इस कद़र बढ़ चुकी है कि अब पुलिसवालों को बंधक बनाया जा रहा है और कोई कुछ नहीं कर पा रहा। ताजे मामले में यहां गांव के कुछ बदमाश युवकों ने पंजाब के पुलिसकर्मी को बंधक बना लिया और उससे मारपीट की। बताया तो ये भी जा रहा है कि उससे उसका हथियार भी छीन लिया गया।
वाक्या कुछ यूं हुआ कि पंजाब के भोगपुर से पुलिस किसी मामले को लेकर दो टुकड़ियों में दबिश देने छन्नी गांव गई और वहां से एक युवक को ग़िरफ्तार किया गया। लेकिन जैसे ही युवक की ग़िरफ्तारी के बाद पंजाब पुलिस वापस लौट रही थी कि कुछ बदमाशों ने पंजाब पुलिस की एक टुकड़ी के कुछ सिपाहियों को घेर लिया और उन्हें बंधक बना लिया। उन्होंने शर्त रखी की उनके युवक को वापस लाया जाए, जिसपर पंजाब पुलिस बाद में राज़ी भी हो गई। लेकिन मामला उग्र होने पर पंजाब पुलिस ने हिमाचल पुलिस को इत्तला किया जिसके बाद पुलिसकर्मी को युवकों की क़ैद से रिहा करवाया।
हालांकि, जब पंजाब पुलिस ने दबिश दी तो हिमाचल पुलिस को इसके बारे में ख़बर करनी चाहिए थी, लेकिन उन्होंने सारी दबिश को गुपचुप ही रखा। इसकी नतीजा ये निकला की पंजाब पुलिस को सफ़लता तो मिली लेकिन सिर्फ कुछ पलों के लिए। इस पूरे मामले में बेशक पुलिस को कामयाबी के बाद हार का मुंह देखना पड़ा, लेकिन सवाल ये है कि नशे के खात्मे के लिए आख़िर दोनों राज्यों की पुलिस क्या कदन उठा रही है। हिमाचल पुलिस को इसकी जानकारी तक नहीं कि उनके राज्य में किसी तरह की कार्रवाई चल रही है। अगर पंजाब पुलिसकर्मी मौके पर नहीं पकड़ा जाता तो हिमाचल पुलिस को इसका पता तक नहीं चलता।
पंजाब पुलिस ने चलाया ऑपरेशन
पंजाब पुलिस ने गांव में दबिश देकर प्लान के तहत युवक को दबोचा। पुलिस की एक टुकड़ी ने आरोपी शख्स को बहाने से घर से बाहर बुलाया वो जैसे ही बाहर आया तो पुलिस की पहले से ही अलर्ट बैठी दूसरी टुकड़ी ने आरोपी को गाड़ी में धकेल दिया और वहां से रवाना हो गई। अभी वो कुछ दूर गए ही होंगे कि पीछे से गांववासियों ने पहली टुकड़ी के चार जवानों को घेर लिया और उन पर अपने लड़के को वापस लाने का दबाव बनाया। करीब दो से चार घंटे तक ये सिलसिला चलता रहा… जिसके बाद दोनों तरफ से मामला शांत हुआ। मामला क्या था इसके बारे में कोई जानकारी पुलिस की ओर से नहीं दी गई है।