प्रदेश में स्क्रब टाइफस बीमारी महामारी का रूप धारण कर रही है। इस बिमारी से होने बाली मौतों का शिलशिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। स्क्रब टाइफस से शिमला के IGMC और कांगड़ा के TMC अस्पताल में 4 और मौतें हो चुकी हौं। 4 मौतें होने की टांडा कालेज के मैडीकल अधीक्षक डा. दीपाली शर्मा और IGMC के चिकित्सक अधीक्षक डा. रमेश चंद ने पुष्टि की है।
इससे मरीजों में दहशत फैल गई है। वहीं, प्रदेश सरकार इस रोग से निपटने के भले ही लाख दावे करे, लेकिन जमीनी हकीकत इन दावों से बिल्कुल जुदा है। रोजाना स्क्रब टाइफस से ग्रस्त व्यक्ति अस्पतालों में दाखिल हो रहे हैं। अब तक कुल 10 लोगों की जान यह रोग ले चुका है। मरीजों के दाखिल होने का सिलसिला अभी भी जारी है।
स्क्रब टाइफस ने इनकी ली जान
इस बीमारी से राजेंद्र प्रसाद मैडीकल कालेज टांडा में एक 7 साल के बच्चे और आई.जी.एम.सी. में 3 लोगों की मौत हुई है। IGMC में शिमला के 49 वर्षीय प्रताप सिंह, कुल्लू के 52 वर्षीय कृष्ण, कुल्लू की ही बंगलू देवी 65 वर्षीय की स्क्रब टाइफस के कारण मौत हुई है। अकेले IGMC में ही इस वर्ष स्क्रब टाइफस के 250 मामले पॉजीटिव आए हैं।