शिमला स्थित थाना ढली के तहत डाक बंगला के पास देर रात नेपाली मजदूरों के ढारे में अचानक आग लग गई। आगजनी की इस घटना में दो साल का एक मासूम जिंदा जल गया। घटना के वक्त घर में नेपाली परिवार के छह बच्चे ही मौजूद थे। मां-बाप काम के चलते कहीं बाहर गए हुए थे। आग लगने के बाद सभी बच्चे बाहर निकल आए लेकिन दो साल का मासूम निखिल ढारे के अंदर ही आग की लपटों से घिर गया। आसपास के लोग जब तक बच्चे के पास पहुंचे वह काफी झुलस चुका था, उसने कुछ देर बाद ही दम तोड़ दिया। आईजीएमसी में पोस्टमार्टम करवाने के बाद शव परिजनों को सौंप दिया है।
पुलिस के मुताबिक देर रात हुई इस घटना की सूचना मिलने पर छोटा शिमला से अग्निशमन विभाग का बचाव दल मौके के लिए रवाना हुआ। लेकिन वहां मौके पर मौजूद लोगों ने खुद ही आग पर काबू पा लिया। इस कारण बचाव दल को आधे रास्ते से ही लौटा दिया। नेपाली शांत बहादुर के ढारे में उसका आठ सदस्यीय परिवार रह रहा था। इसमें नेपाली, उसकी पत्नी और छह बच्चे रह रहे थे। अन्य आग लगने के बाद सुरक्षित निकल गए लेकिन दो साल का मासूम निखिल आग में घिर गया। अधिक झुलसने के कारण बच्चे ने बाद में दम तोड़ दिया।