CBI शिमला जिला के कोटखाई में गैंगरेप मर्डर मिस्ट्री पर आधारित स्टेटस रिपोर्ट 17 अगस्त को प्रदेश उच्च न्यायालय में सौंपने जा रही है। हालांकि इस मामले को अंजाम तक पहुंचाने के लिए CBI ने तीन महीने का वक्त मांगा था, मगर अदालत ने उसे 17 अगस्त तक का समय निर्धारित किया था। जानकारी का मुताबिक CBI को दिल्ली में फॉरेंसिक लैब से इस मामले से जुड़े कई टेस्ट की रिपोर्ट्स मिल चुकी हैं। सोमवार को एक बैठक करके CBI की टीम ने इनका उल्लेख स्टेटस रिपोर्ट में करने के लिए कार्रवाई शुरू कर दी है।
इस मामले में सबसे बड़ा खुलासा यह होगा कि आरोपियों की संख्या 8 होगी या फिर 11। यहीं नहीं सूत्रों का दावा है कि पुलिस के कुछ कर्मियों को भी CBI आरोपी बना सकती है। सूरज के पोस्टमार्टम में कुछ ऐसे तथ्य CBI के हाथ लगने का दावा है, जिनकी बिनाह पर पुलिस को भी कठघरे में खड़ा किया जा सकता है। अब इन आरोपों में कितनी सच्चाई है, यह तो स्टेटस रिपोर्ट ही खुलासा करेगी। चर्चा इस बात की भी है कि CBI अदालत में कुछ सनसनीखेज तथ्य पेश कर इस मामले में कुछ और समय भी मांग सकती है।