सूरत के तक्षशिला कॉम्प्लेक्स में लगी आग की घटना में मरने वाले छात्रों की संख्या बढ़कर 23 हो गई है। पुलिस ने इस सिलसिले में कोचिंग सेंटर के संचालक को पहले ही गिरफ्तार कर लिया है, जबकि बिल्डर और भवन मालिक फरार हैं। घटना से हिली सरकार ने पूरे राज्य में वाणिज्यिक भवनों में चलने वाले कोचिंग सेंटरों को बंद करने का आदेश दिया है। साथ ही सरकार ने दो अग्निशमन अधिकारियों को भी शनिवार को निलंबित कर दिया है।
निलंबित किए गए अग्निशमन अधिकारियों में एक सूरत के डिप्टी चीफ फायर ऑफिसर एसके आचार्य और अग्निशमन अधिकारी कीर्ति मोध शामिल हैं। मुख्यमंत्री विजय रूपाणी ने पूरे मामले की जांच के लिए एक उच्च स्तरीय समिति बनाई है। साथ ही उन्होंने मामले में अर्बन सेक्रेटरी से रिपोर्ट भी मांगी है। उसके आधार पर सरकार आगे की कार्रवाई करेगी। माना जा रहा है कि रिपोर्ट में कुछ और लोगों की गलती सामने आने के बाद उनके खिलाफ भी कार्रवाई होगी।
अधिकारियों ने बताया कि गुजरात के आठ नगर निगमों और अन्य नगरपालिकाओं ने वाणिज्यिक भवनों में चल रहे सभी कोचिंग सेंटरों में आग से सुरक्षा के सभी मानकों को पूरा करने के आदेश दिए हैं। इन मानकों के पूरा होने तक सभी कोचिंग सेंटरों के संचालन पर रोक रहेगी। इसके अलावा सरकार ने विभिन्न शहरों और कस्बों में स्थित कोचिंग सेंटरों, निजी अस्पतालों और अन्य इमारतों में अग्नि सुरक्षा मानकों की जांच शुरू कर दी है। फायर ब्रिगेड की एनओसी के बिना अब इनका संचालन नहीं किया जा सकेगा।