हिमाचल में टैक्स चोरी का एक बड़ा मामला उजागर हुआ है। हिमाचल राज्यकर एवं आबकारी विभाग ने एक कार कारोबारी के अलग-अलग ठिकानों पर दबिश दी और 27 करोड़ जुर्माना ठोका है। कारोबारी के नगरोटा बगवां और ऊना में कारोबार है। बताया जा रहा है कि कारोबारी के कई बड़े नेताओं के साथ गहरे संबंध हैं। इन नेताओं ने कारोबारी के शोरूम के उद्घाटन भी किए हैं। कारोबारी का एक साल का कारोबार 90 करोड़ रुपये से अधिक बताया जा रहा है।
हिमाचल में टैक्स चोरी यह मामला सामने आने के बाद हड़कंप मच गया है। आबकारी टीम को 100 करोड़ से अधिक की कीमत के अचल संपत्ति के पेपर भी आबकारी टीम को प्राप्त हुए हैं। विभाग मामले की जांच में जुट गया है। इस मामले में आगे और भी बड़े खुलासे हो सकते हैं। परवाणू स्थित संयुक्त आयुक्त आबकारी एवं राज्यकर विभाग डॉ. सुनील कुमार ने मामले की पुष्टि की है।
दो और कंपनियों में सामने आई टैक्स चोरी
जुर्माने की राशि भी करोड़ों में हो सकती है। गौरतलब है कि बीते 8 अक्तूबर को टैक्स ऑडिट यूनिट की छह टीमों ने मंडी, ऊना, नगरोटा बगवां, बैजनाथ, हमीरपुर और नूरपुर में छापामारी की थी।
संयुक्त आयुक्त राज्यकर एवं आबकारी टैक्स ऑडिट यूनिट शिमला डॉ. सुनील कुमार ने कहा कि जुर्माना भी करोड़ों में होगा। इसका आकलन किया जा रहा है। कारोबारी के दस्तावेजों की पड़ताल में सामने आया है कि उसने ऐसी ही कर चोरी अपनी दो अन्य कंपनियों में भी की है।
ये दोनों कंपनियां ऊना जिले में पंजीकृत थीं। इनमें एक कंपनी विदेशी कारों की बिक्री करती थी, जबकि दूसरा सरसों के तेल निर्माण का अति आधुनिक उद्योग था। इसलिए टैक्स ऑडिट यूनिट ने दोनों कंपनियों का भी निरीक्षण किया है।