मंडी के फॉरेस्ट गार्ड होशियार सिंह की सदिंग्ध मौत की जांच पर हाईकोर्ट ने सरकार से पूछा है कि क्या इस मामले भी CBI को सौंपने पर सरकार को कोई आपत्ति तो नहीं है? फॉरेस्ट गार्ड की मौत पर हाईकोर्ट के एमिक्स क्यूरी ने एसआईटी और पुलिस की जांच पर कई गंभीर सवाल उठाए थे।
बता दें कि इस मामले में कोर्ट ने खुद संज्ञान लिया था। इस पर अब 9 अगस्त को सुनवाई होगी। कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश संजय करोल और न्यायाधीश संदीप शर्मा की खंडपीठ ने सरकारी वकील से अगली सुनवाई तक सरकार से यह स्पष्टीकरण मांगा है कि इस मामले की जांच CBI को जांच सौंपने पर सरकार को कोई आपत्ति तो नहीं है?
एमिक्स क्यूरी ने कहा था कि होशियार ने अगर जहर खाया था तो जहर कहां से आया? कहां से खरीदा और बेचा गया? क्या होशियार ने खुद जहर खरीदा था? पुलिस और CID जांच यह चीजें है ही नहीं। एमिक्स क्यूरी के अनुसार होशियार सिंह की मौत के समय की पुख्ता जानकारी होना बहुत जरूरी है। इससे मौत की असल वजह जानने में बहुत हद तक मदद मिलेगी। 5 से 9 जून के बीच घटनास्थल पर बारिश हुई या नहीं, इस बारे भी जांच नहीं की गई है।
एमिक्स क्यूरी ने मामले की सुनवाई के दौरान मांग की थी कि होशियार की मौत की जांच पर निगरानी खुद हाईकोर्ट करे। बता दें कि मंडी के करसोग में जंगल में फॉरेस्ट गॉर्ड का शव पेड़ से लटका मिला था। प्रदेश सरकार ने पुलिस से जांच लेकर CID को सौंपी थी, लेकिन CID भी अब तक इस मामले को सुलझा नहीं पाई है।