सिरमौर के एक स्कूल में सरकार द्वारा बच्चों को निशुल्क दी जाने वाली वर्दी की सिलाई के घोटाले के बाद शिक्षा विभाग में एक और सनसनीखेज मामला सामने आया है, जिससे शिक्षा विभाग एक बार फिर शर्मसार होकर रह गया है। जानकारी के अनुसार ननाहां सूरिया स्कूल की अध्यापिका ने मिड-डे मील के पैसे को एसएमसी प्रधान के फर्जी हस्ताक्षर से बैंक से निकाल लिया। जिला सिरमौर में अपनी तरह का यह पहला मामला है, जब शिक्षिका ने फर्जी हस्ताक्षर से बैंक से पैसा विड्रॉल किया है।
इस मामले में एसएमसी प्रधान ने प्रारंभिक शिक्षा विभाग के बीईओ को एक शिकायत पत्र भी सौंपा है, जिसमें आरोपी शिक्षिका के खिलाफ कार्रवाई करने की गुहार लगाई है। वहीं, प्रारंभिक शिक्षा विभाग के ओएसडी दिलीप सिंह नेगी ने बताया कि मामले की सूचना उन्हें मिली है। जल्द ही मामले की छानबीन की जाएगी। इसके बाद दोषी शिक्षिका के खिलाफ कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।
शिक्षिका पहले भी निकाल चुकी है पैसे
बताया जा रहा है कि शिक्षिका ने अगस्त से दिसंबर 2017 तक चार चेक पर जाली हस्ताक्षर किए। एसएमसी प्रधान मान सिंह ठाकुर ने रिकॉर्ड देखा तो उनके होश फाख्ता हो गए। पता चला कि शिक्षिका ने उनके फर्जी हस्ताक्षर कर 2188, 2968, 1607, 2050 रुपये चेक के माध्यम से निकाले हैं। जबकि, नियमानुसार इसमें ज्वाइंट अकाउंट होता है, जिसमें एसएमसी प्रधान और सदस्य सचिव के हस्ताक्षर होने जरूरी होते हैं।