दिवाली की रात पटाखे चलाना बच्चों को महंगा साबित हुआ। पटाखे जलाते समय ऊना जिला के चार बच्चें झुलसे हैं। सभी को उपचार के लिए क्षेत्रीय अस्पताल ऊना पहुंचाया गया, जहां से एक को पीजीआई रैफर कर दिया गया है। ज्यादातर घायलों के हाथों में गंभीर चोटें पहुंची हैं।
बता दें पहला मामला बंगाणा के तलमेहड़ा का है, जहां पर 7 साल का अंशुल अपने घर के समीप पटाखे फोड़ रहा था। इसी दौरान अचानक पटाखा उसके हाथों में ही फूट गया जिससे वह घायल हो गया। परिजनों ने तुरंत उसे ऊना अस्पताल पहुंचाया।
वहीं दूसरा मामला ऊना का है, जहां 8 साल का किशोर पटाखे जलाते हुए घायल हो गया। बिलासपुर का दिनेश कुमार अपने रिश्तेदार के यहां पटाखे फोड़ रहा था। इसी दौरान उसके हाथ में ही एक पटाखे का जोरदार धमाका हो गया। जिससे वह चोटिल हो गया।
तीसरा मामला आदर्श नगर ऊना का है, जहां 9 साल का सर्वजीत सिंह अपने घर के समीप पटाखे चल रहा था। अचानक ही वह किसी तरह पटाखे की चपेट में आ गया। जिससे वह चोटिल हो गया।
चौथा मामला गगरेट का है, जहां पर 35 साल का अनिल अपने घर के समीप दिवाली की रात को पटाखे फोड़ रहा था। इसी बीच पटाखा उसके हाथ में ही फट गया, जिससे उसका हाथ बुरी तरह से झूलस गया।
क्षेत्रीय अस्पताल ऊना के एमएस डा. बीबी कटोच ने बताया कि घायलों को अस्पताल में उपचार दिया गया है। फिलहाल हालत खतरे से बाहर है। इन सब में से एक को पीजीआई चंडीगढ़ रैफर किया गया है।