जिला मुख्यालय स्थित तहसीलदार ऑफिस में सोमवार को हुई मारपीट की घटना को लेकर पुलिस ने दोनों पक्षों की शिकायतों का आधार बनाते हुए क्रॉस एफआईआर दर्ज करते हुए मामले की जांच शुरू कर दी है। सोमवार को हुई इस घटना के बाद तहसीलदार ऊना विजय कुमार रॉय ने आरोप जड़ा था कि वह अपने ऑफिस में काम कर रहे थे। इसी दौरान किसी काम के सिलसिले में ऊना की कृष्णा कॉलोनी निवासी भावक पराशर ऑफिस में आ पहुंचा। काम में व्यस्त होने के कारण तहसीलदार ने उसे एक घंटे बाद आने को कहा।
शाम करीब सवा चार बजे वह दोबारा तहसीलदार चैंबर पहुंच गया। जहां पहुंच कर उसने रजिस्ट्री की नकल उसी समय देने के लिए दबाव डालने लगा। तहसीलदार ने उसे समझाया कि जो दस्तावेज उसे चाहिए, यह तहसील के रिकॉर्ड से निकाले जाने हैं, जिन्हें एक दम से उसे नहीं दिया जा सकता। इतनी बात सुनते ही भावक पराशर ने उनके साथ मारपीट कर डाली। जिसमें तहसीलदार ऊना को चोटें आई और खींचतान के दौरान तहसीलदार के कपड़े फट गए।
उधर, दूसरे पक्ष से भावक पराशर ने तहसीलदार द्वारा लगाए गए आरोपों को सिरे से नकारते हुए आरोप जड़ा था कि उसे नकल के लिए बुलाया गया था। वह दो बार तहसीलदार ऑफिस गया, लेकिन नकल देने में आनाकानी की गई। जिस पर वह कार्यालय में बैठ गया। इस पर तहसीलदार आग बबूला हो गए और मुझे मारने लगे। एएएसपी विनोद कुमार धीमान ने बताया कि पुलिस ने दोनों पक्षों की शिकायतों के आधार पर केस दर्ज करते हुए मामले की जांच शुरू कर दी है। आगामी कार्रवाई अमल में लाई जा रही है।