ऊना के सीमांत गांव मलूकपुर में एक युवक की हत्या का सनसनीखेज मामला सामने आया है। मृतक युवक की पहचान मलूकपुर निवासी लक्की के रूप में की गई है। लक्की की हत्या किसने और क्यों की यह अभी तक रहस्य बना हुआ है। ऊना पुलिस को युवक की हत्या की सूचना उसकी मौत के बाद पीजीआई के अधिकारियों से फोन पर मिली। हैरत की बात है कि उसके परिजनों ने भी पुलिस को लक्की पर हमला होने या उसकी मौत हो जाने के संबंध में कोई सूचना नहीं दी।
पीजीआई से मिली सूचना के बाद पुलिस ने पीजीआई पहुंच लक्की के शव को कब्जे में लिया और उसका पोस्टमार्टम की प्रक्रिया आरंभ कर दी है। वहीं, युवक की हत्या से न केवल मलूकपुर बल्कि सनोली, मजारा, पूना और बीनेवाल गांवों में दहशत का माहौल है। पुलिस ने घटना के संबंध में अज्ञात लोगों के खिलाफ धारा 302 के तहत केस दर्ज करते हुए मामले की जांच शुरू कर दी है। इतना ही नहीं पुलिस ने संदेह के आधार पर कुछ लोगों को दबोचने के लिए दो टीमों का गठन करके टीमों को फौरन रवाना भी कर दिया है। एसपी ऊना कार्तिकेयन गोकुल चंद्रन और एएसपी विनोद कुमार धीमान ने मौके पर पहुंच घटना का जायजा लिया है।
मामले की पुष्टि करते हुए एएसपी ऊना विनोद कुमार धीमान ने बताया कि यह घटना रविवार रात की है। युवक के पेट पर अज्ञात लोगों ने तेजधार हथियारों से वार कर दिए। जिसके बाद घायल अवस्था में लक्की को उसके परिजन नंगल के बीबीएमबी अस्पताल ले गए, वहीं बीबीएमबी में उसकी नाजुक हालत के चलते उसे फौरन पीजीआई रेफर कर दिया गया। जबकि पीजीआई में उपचार के दौरान लक्की की मौत हो गई। पीजीआई के अधिकारियों ने मामले के संबंध में पुलिस को सूचना दी।
जानकारी मिलते ही मौके पर पहुंची पुलिस ने लाश को कब्जे में लिया है। वहीं अब लक्की के शव का पोस्टमार्टम कराया जा रहा है। उसके परिजनों से भी मामले के बारे में पूछताछ की जा रही है। लेकिन अभी तक किसी ने भी इस संबंध में कोई बयान पुलिस को नहीं दिया है। एएसपी विनोद कुमार धीमान ने बताया कि जिला पुलिस ने ग्रामीणों और आसपास के लोगों से की गई बातचीत और पूछताछ के आधार पर दो टीमों का गठन करके कुछ संदिग्ध लोगों को दबोचने के लिए रवाना कर दिया है। वारदात का आधार पुरानी रंजिश भी हो सकता है।