शिमला के उपमंडल अर्की की ग्राम पंचायत खनलग में अवैघ तौर पर चल रहे क्रशर को एसडीएम अर्की छवि नानटा ने मौके पर पहुंच कर बन्द करवाया। इसके साथ ही एक जेसीबी को जब्त किया गया। ज्ञात रहे कि ग्राम खनलग में कई वर्षों से यह क्रशर चल रहा था। जिसके कारण ग्राम पंचायत पलोग के गांव के साथ अन्य लगती पंचायतो में भी भारी मात्रा में ध्वनि प्रदूषण के साथ वायु प्रदूषण फैल रहा था। जिसकी शिकायत स्थानीय ग्रामीणों द्वारा वन विभाग,प्रदूषण विभाग व खनन विभाग को की जाती रही परन्तु किसी भी विभाग के कानों में जूं तक नही रेंगी तो ग्रामीणों ने एसडीएम अर्की को मौके का मुआयने लिए बुलाया गया ।
एसडीएम अर्की ने मुआयने के लिए वन विभाग व खनन विभाग व लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों के साथ एक टीम का गठन किया। जो मोके पर पहुंची और निरीक्षण के दौरान की खामियां पाई गई। मौके पर उपस्तिथ लोगों ने एसडीएम अर्की के सामने रोष व्यक्त करते हुए सम्बन्धित विभागों पर आरोप लगाए की इन विभागों ने शिकायत देने के बाद भी कोई कार्यवाई नही की।
क्रशर संचालक द्वारा वर्षो से वन विभाग की लगभग 5 बीघा से ज्यादा भूमि कब्जा कर डम्पिंग स्थल बना कर लाखो के पौधों व जंगली वनस्पति का नाश कर दिया परन्तु वन विभाग के कर्मचारी व अधिकारी आज तक आँखे मुंदे रहे। वहीं दूसरी और इस क्रेशर की लीज खत्म होने के बाद भी आज तक यह क्रेशर अवैध रूप से चलता रहा और खनन विभाग जाने क्यों सुप्त अवस्था मे रहा।
सरकार पर्यावरण बचने के लिए नए नियम बना रही है। वहीं दूसरी ओर वन विभाग के लोग पर्यावरण संरक्षण योजनाओ की धज्जियां उड़ा रहे है।जो खनलग स्थित क्रेशर में पाई जाने वाली अनियमितताओं से जाहिर होता है। वहीं लोगो का कहना है कि यह क्रेशर किसी विपक्षी दल के प्रभावशाली राजनेता का है। यदि वह कोई भी शिकायत करने की बात क्रेशर वालो से करते है तो वह उस नेता प्रभाव दिखा कर परिणाम भुगतने की धमकी देते है।
लोगों का कहना है कि यदि विभाग के स्थानीय कर्मचारी एवम अधिकारी समय समय पर निरीक्षण करते और शिकायतों पर ध्यान देते तो आज यह हालात नही होते एवम लाखो की वन संपदा का नाश नहीं होता।