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हिमाचल में बर्फ़बारी से 1034 सड़कें बंद, जनजीवन प्रभावित, 13 को भारी बर्फबारी की चेतावनी

पी. चंद, शिमला |

हिमाचल प्रदेश में बर्फ़बारी भले ही रुक गई हो, लेकिन दुश्वारियां कम नहीं हुई हैं। बर्फ़बारी के कारण राज्य में 1034 सड़कें अभी भी बंद हैं। इनमें पांच नेशनल हाइवे भी शामिल हैं। सैंकड़ों वाहन बर्फ में फंसे हैं।  राजधानी शिमला बर्फ़बारी से सर्वाधिक प्रभावित है। दूध और ब्रेड जैसी आवश्यक वस्तुएं कई इलाकों में गुरुवार को भी नहीं पहुंच सकीं। अप्पर शिमला का तो पिछले कई दिनों से राज्य मुख्यालय से संपर्क कटा हुआ है। एनएच- शिमला-रामपुर-रिकांगपिओ को बहाल नहीं किया जा सका। शिमला-चंडीगढ़ व शिमला-बिलासपुर नेशनल हाइवे समेत राजधानी की मुख्य सड़कों पर 36 घण्टों के बाद वाहनों की आवाजाही बहाल हो पाई। हालांकि शहर के कई संपर्क मार्ग अभी भी अवरुद्ध हैं। नोकरीपेशा लोगों को लगातार दूसरे दिन भी पैदल ही अपने काम पर जाना पड़ा।

लक्कड़ बाजार से संजोली,भराड़ी, ओल्ड बस स्टैंड से संजोली वाया छोटा शिमला, ओल्ड बस स्टैंड से विकासनगर सड़क दिन भर ठप्प रही। इन उपनगरों के लिए बसें नहीं चलीं। जो लोग अपनी गाड़ियां लेकर निकले थे, उनमें से भी कई गाड़ियां सड़क पर स्किड हो गईं तथा इन्हें धक्का देकर सड़क किनारे खड़ा करना पड़ा। राजधानी में हालात सामान्य बनाने के लिए प्रशासन भरसक प्रयास कर रहा है। लोकनिर्माण विभाग द्वारा दी गई जानकारी के मुताबिक प्रदेश में 1034 छोटी-बड़ी सड़कें बर्फबारी के चलते से अवरूद्व हैं। सबसे अधिक 759 सड़कें शिमला जोन में बंद हैं। इनमें रोहड़ू सर्कल की 280, शिमला सर्कल की 242, रोहड़ू सर्कल की 180, नाहन सर्कल की 43 और सोलन सर्कल की 14 सड़कें शामिल हैं।

मंडी जोन में 179 सड़कें अवरूद्व हैं। जिनमें अकेले मंडी सर्कल की 110 सड़कों पर वाहनों की आवाजाही ठप है। कुल्लू सर्कल में 69 सड़कें अवरुद्ध हैं। वहीं कांगड़ा ज़ोन में 91 सड़कों पर वाहनों के पहिये थमे रहे, जिनमें डलहौजी सर्कल की 87 व पालमपुर की 4 सड़कें शामिल हैं। लोकनिर्मान विभाग द्वारा अवरूद्व सड़कों की बहाली के लिए 483 जेसीबी, टिप्पर और डोजर  लगाए गए हैं। शिमला के ऊपरी इलाकों की सड़कों को बहाल करने में कुछ दिन लग सकते हैं। बर्फबारी के कारण विभाग को कुल 9360.98 लाख रूपए की क्षति हुई है। इनमें शिमला जोन में 1353.32 लाख रूपए, मण्डी जोन में 1078.66 लाख रूपए, कांगड़ा जोन में 6496.75 लाख रूपए तथा एनएच में 432.25 लाख रूपए का नुकसान शामिल है।

इस बीच मौसम विभाग ने 11 से 15 जनवरी तक मौसम के फिर बिगड़ने के अंदेशा जताया है। विभाग के निदेशक ने कहा है कि इस अवधि के दौरान पर्वतीय इलाकों में हिमपात की संभावना है। शिमला सहित ऊंचे इलाकों में 13 जनवरी को भारी बर्फबारी के येलो अलर्ट भी विभाग की तरफ से जारी किया गया है।

11 जनवरी से फिर बिगड़ेगा मौसम, 13 को बर्फ़बारी का अलर्ट

हिमाचल प्रदेश में हाडक़ंपाती सर्दी से लोग ठिठुर रहे हैं। पर्वतीय इलाकों में बर्फ की चादर बिछ गई है, वहीं मैदानों में पाला पड़ने से जनजीवन बेहाल है। आलम यह है कि राज्य के नौ शहरों का तापमान शून्य से नीचे चला गया है। शिमला और मनाली में ठंड ने इस सीजन के सारे रिकॉर्ड तोड़ डाले हैं। बुधवार की रात शिमला में पारा -3.7 डिग्री सेल्सियस दर्ज हुआ, जो कि इस सीजन में सबसे कम है। वहीं शिमला से सटे कुफरी में पारा -5.2 डिग्री और चंबा के डलहौजी में – 5.6 डिग्री सेल्सियस रहा। कुल्लू जिला के विख्यात पर्यटन स्थल मनाली में भी सीजन की सबसे सर्द रात रही और न्यूनतम तापमान -7.8 डिग्री पहुंच गया।

जनजातीय जिला लाहौल-स्पीति का केलंग राज्य का सबसे ठंडा स्थल रहा, जहां पारा -14.6 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड हुआ। इसी तरह किन्नौर जिला के कल्पा में -9.1 डिग्री, जुब्बड़हट्टी व सोलन में -0.8 डिग्री, पालमपुर में -0.5 डिग्री, सियोबाग में शून्य डिग्री, धर्मशाला में 1.6 डिग्री, सुंदरनगर में 1.9 डिग्री, मंडी व चंबा में 2 डिग्री, भुंतर में 2.2 डिग्री, कांगड़ा में 3.6, हमीरपुर में 3.8, बिलासपुर में 4, ऊना में 4.4, नाहन में 4.5 और पांवटा साहिब में 6 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया।
बीते 24 घण्टों में कुफरी में 58, खदराला में 56, ठियोग में 52, बिजाहि में 45, सराहन में 36, जुब्बल में 31, शिमला में 27, बंजार में 25, कल्पा में 23, जनझेली में 20, मशोबरा में 16, कुमारसेन में 15, रोहड़ू व राजगढ़ में 10 सेंटीमीटर बर्फ़बारी हुई।

मौसम विभाग ने आगामी दिनों में भीषण सर्दी से राहत मिलने की संभावना से फिलहाल इंकार किया है। मौसम केंद्र शिमला के पूर्वानुमान के अनुसार अगले एक-दो दिन प्रदेशभर में सर्दी से कुछ राहत मिलेगी, लेकिन अगले 48 घंटे बाद पश्चिमी विक्षोभ के फिर सक्रिय होने के संकेत हैं। जिसके कारण बारिश व बर्फ़बारी शुरू होने पर सर्दी का प्रकोप और बढ़ सकता है। मौसम विज्ञान केंद्र शिमला के निदेशक मनमोहन सिंह ने बताया कि शुक्रवार यानी 10 जनवरी को मौसम के साफ रहने का अनुमान है। 11 से 15 जनवरी तक मौसम खराब रहेगा और 13 जनवरी को मध्यवर्ती व उच्च पर्वतीय इलाकों में कुछ स्थानों पर भारी बर्फ गिर सकती है।