सरकारी स्कूलों में कार्यरत कंप्यूटर शिक्षकों को मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर के बजट से दूसरी बार निराशा हाथ लगी हैं। प्रदेश कंप्यूटर शिक्षक संघ में वर्किंग कमेटी के अध्यक्ष रोशन मेहता, महासचिव राकेश शर्मा ने बजट यह यह प्रतिक्रिया दी हैं। उन्होंने कहा कि स्कूलों में 17 सालों से 1371 कंप्यूटर शिक्षक अपनी सेवाएं दे रहे हैं लेकिन अभी तक सरकार ने कंप्यूटर शिक्षकों के लिए कोई ठोस नीति का प्रावधान नहीं किया हैं।
उन्होंने कहा कि अभी कंप्यूटर अध्यापकों को अनुबंध पर लेने से भी सरकार परहेज कर रही हैं । दूसरे बजट में भी सरकार ने कंप्यूटर शिक्षकों से अन्याय किया हैं । कंप्यूटर शिक्षकों को बजट में शामिल न कर बीजेपी सरकार अपने वायदे को भूल रही है। उन्होंने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री प्रो प्रेम कुमार धूमल की बीजेपी सरकार के दौरान कंप्यूटर शिक्षकों के लिए नीति बनाने की अधिसूचना जारी की थी। लेकिन बीजेपी के दूसरे बजट में कंप्यूटर शिक्षकों के हितों को दरकिनार कर सरकार ने दोहरी मानसिकता का परिचय दिया हैं।
उन्होंने कहा कि कंप्यूटर शिक्षक, पैरा और पीटीए साल 1998, 2001 से बीजेपी सरकार कार्यकाल से प्रदेश के सरकारी स्कूलों में नियमित रूप से सेवाएं दे रहे हैं और इस बजट से भी हुई अनदेखी से आहत हैं। रोशन मेहता और राकेश शर्मा ने एक बार फिर से मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर से गुहार लगाते हुए कहा कि शिक्षा विभाग में अन्य केटागिरी की तरह कंप्यूटर शिक्षकों को अनुंबध निति में लाया जाए ताकि अरसे से अन्याय झेल रहे कंप्यूटर शिक्षकों और उनके परिजनों को राहत मिल सके।