हिमाचल प्रदेश में बुधवार रात को हुई मानसून की तेज बरसात ने कहर बरपाना शुरू कर दिया है।
शिमला, कुल्लू और मंडी जिलों के ऊपरी हिस्सों में बादल फटने से तबाही हुई है।
बाढ़ और भूस्खलन की चपेट में आने से 2 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि 51 लोगों के लापता होने की खबर सामने आ रही है।
शिमला में 36 लोग मिसिंग हैं. मंडी के पधर में 9 लोग लापता हैं. भारी वर्षा के कारण सड़क मार्ग भी अवरुद्ध हो गए हैं। शिमला के रामपुर में बादल फटने से जान-माल का भारी नुकसान हुआ है।
और जनजीवन अस्त-व्यस्त होने के बाद केंद्रीय मंत्री जेपी नड्डा ने हिमाचल के सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू से बात कर जानकारी ली और केंद्र सरकार से हरसंभव मदद का आश्वासन दिया।
जानकारी के अनुसार, शिमला से 100 किमी दूर रामपुर के झाकड़ी में बादल फटा है. बादल फटने के बाद रामपुर के झाकड़ी में समेज खड्ड में बाढ़ आ गई.
गुरुवार सुबह यह घटना पेश आई है. शिमला जिला आपदा प्रबंधन की तरफ से यह सूचना मिली है.
फिलहाल, डीसी शिमला अनुपम कश्यप और एसपी शिमला संजीव गांधी मौके के लिए रवाना हुए हैं.
यहां पर कुल 19 लोग लापता बताए जा रहे हैं. एनडीआरएफ की टीमें भी मौके पर भेजी गई हैं.
कुल्लू जिले की मणिकर्ण में मलाणा गांव में बना पावर प्रोजेक्ट का डैम टूट गया है. डैम टूट से घाटी में बाढ़ आ गई है और हाहाकार मचा हुआ है.
आधी रात को हुई बारिश की वजह से ब्यास नदी भी रौद्र रूप में आ गई है और यहां पर भी मनाली शहर के पास ब्यास नदी ने अपना रास्ता बदला है
और हाईवे पर बहने लगी है. चंडीगढ़ मनाली नेशनल हाईवे कई जगह पर लैंडस्लाइड के चलते बंद है. फिलहाल, पार्वती नदी में भारी बाढ़ से भुंतर के आसपास लोगों को अलर्ट किया गया है.
उधर, शिमला के रामपुर में समेज खड्ड में बादल फटने से अब तक दो लोगों की मौत हो गई है. दो शव के बॉडी पार्ट्स मिले हैं. शिमला और कुल्लू जिला के सीमावर्ती इलाकों में 20 से 25 लोगों के लापता होने की आशंका हैं. शिमला के एसपी संजीव गांधी ने फोन पर जानकारी दी है. बारिश से अभी और भी नुकसान होने का अनुमान है।