शहर के सन्यारड़ी में सर्कट हाउस उद्योग विभाग के कार्यालय के पास बिजली बोर्ड से सेवानिवृत अधीक्षण अभियंता पवन कुमार मल्होत्रा का मकान बीती आधी रात को जमींदो हो गया। लोगों ने रात को जोरदार धमाके की आवाज सुनी तो सहम गए। सुबह देखा तो यह आलीशान मकान जो लगभग 3 करोड़ की कीमत का था पूरी तरह से मलबे के ढेर में बदल चुका था।
इस मकान ने अपने साथ सटे दूसरे मकान को भी क्षतिग्रस्त कर दिया जो अब असुरक्षित हो गया है। पवन कुमार मल्होत्रा के इस मकान में बीते दिनों हुई भारी बारिश से जमीन धंसने से दरारें आ गई थी। उसके बाद ही परिवार को दूसरी जगह भेज दिया गया था। अभी तक यह मकान दरारें आने के बावजूद खड़ा था मगर रात को यह पूरी तरह से ध्वस्त हो गया।
अब इसके मलबे को ठिकाने लगाना बेहद कठिन हो गया क्योंकि यहां पर जमीन धंस चुकी है, रास्ता भी टूट गया है। इस क्षेत्र में लगातार जमीन धंसने से दो दर्जन से अधिक मकानों को प्रशासन से खाली करवा लिया है।पुलिस ने गुरूवार को तीन शवों को अपने कब्जे में लिया। इनमें दो शव ब्यास नदी में और एक शव स्कोर एरिया में मिला है। इन शवों को निकालने व शिनाख्त के लिए अस्पताल में रखने की प्रक्रिया पुलिस द्वारा की जा रही है।
दो शवों को लेकर माना जा रहा है कि यह पिछले दिनों जो बादल फटने व व्यास नदी में बाढ़ आई थी उसके साथ बह कर आए हैं जबकि एक अन्य शव स्कोर एरिया में आए मलबे की चपेट वाला हो सकता है। जिले में सांवल में 13 अगस्त को बादल फटने की घटना में भी अभी तक एक बच्ची और उसकी मां का शव नहीं मिल पाया है। अब देखना यह होगा कि शिनाख्त के बाद ये शव किसके हैं।
—