71वें गणतंत्र दिवस के पावन अवसर पर आज कांगड़ा जिले के धर्मशाला में ज़िला स्तरीय गणतंत्र दिवस समारोह पूरे हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता एवं सहकारिता मंत्री राजीव सैजल ने समारोह की अध्यक्षता की। उन्होंने राष्ट्रीय ध्वज फहराया औऱ पुलिस, होमगार्ड और विभिन्न स्कूलों के एनसीसी, स्काऊटस और गाईडस एवं एनएसएस के विद्यार्थियों की टुकड़ियों द्वारा निकाले गए आकर्षक मार्च पास्ट की सलामी ली। इसके पश्चात, सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन भी किया गया। इस अवसर पर अपने संबोधन में राजीव सैजल ने संविधान निर्माताओं के साथ-साथ देश की आजादी एवं गणतंत्र की स्थापना में स्वतंत्रता सेनानियों के बहुमूल्य योगदान, निस्वार्थ त्याग और बलिदान को याद किया। उन्होंने बहुमूल्य सेवाओं के लिए भारतीय सेनाओं के जवानों का भी आभार जताया।
उन्होंने ने कहा कि कांगड़ा एक ऐतिहासिक जिला है और आबादी के लिहाज से प्रदेश का सबसे बड़ा जिला भी है, इसे ध्यान में रखते हुए प्रदेश सरकार ने विकासोन्मुखी दृष्टिकोण के साथ जनकल्याणकारी नीतियों और कार्यक्रमों को प्रभावी ढंग से लागू कर कांगड़ा में विकास के नए आयाम स्थापित किये जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि प्रदेश ने विकास के सभी क्षेत्रों में आशातीत प्रगति की है। इस प्रगति के लिए सभी प्रदेशवासी प्रशंसा के पात्र हैं। प्रदेश ने पहाड़ी राज्यों को विकास की नई दिशा दिखाई है। सामाजिक, आर्थिक तथा औद्योगिक विकास के साथ-साथ पर्यावरण संरक्षण पर भी विशेष ध्यान दिया गया है। प्रदेश न केवल देश में बल्कि विश्व में निवेशक प्रिय गंतव्य बनने की ओर अग्रसर है। प्रदेश में पहली बार 7-8 नवम्बर, 2019 को धर्मशाला में ग्लोबल इन्वेस्टर मीट आयोजित की गई। इस मीट में 96 हजार करोड़ रुपये से भी ज्यादा के निवेश प्रस्तावों के 703 एम.ओ.यू. हस्ताक्षरित किए गए हैं। राज्य ने सुशासन शिक्षा, स्वास्थ्य, समाज कल्याण, कृषि, बागबानी जैसे क्षेत्रों में उदाहरणीय प्रदर्शन प्रस्तुत किया है, जिसके लिए प्रदेश को राष्ट्रीय स्तर पर कई पुरस्कार भी मिले हैं।
राजीव सैजल ने कहा कि वर्तमान सरकार ने मंत्रिमण्डल की पहली बैठक में सामाजिक सुरक्षा पेंशन पाने की आयु सीमा को 80 साल से घटाकर 70 साल किया, जिसमें कोई आय सीमा नहीं रखी गई। इस निर्णय से वरिष्ठजनों को विशेष लाभ पहुंचा है। आज प्रदेश में लगभग 3 लाख 57 हजार वरिष्ठजनों को पेंशन मिल रही है। प्रदेश में आरम्भ जनमंच, मुख्यमंत्री सेवा संकल्प हेल्पलाइन, हिमाचल गृहिणी सुविधा योजना, हिमकेयर तथा सहारा जैसी प्रमुख योजनाओं के प्रभावशाली क्रियान्वयन से प्रदेशवासियों को विशेष राहत पहुंची है।
उन्होंने कहा कि प्रदेश में आयुष्मान भारत योजना में कवर न होने वाले सभी परिवारों के लिए चलाई जा रही ‘हिम केयर’ योजना के तहत 5 लाख रुपये प्रति परिवार पांच सदस्यों के लिए निःशुल्क उपचार की सुविधा प्रदान की जा रही है। योजना का लाभ उठाने के लिए 199 अस्पतालों को पंजीकृत किया गया है, जिसमें 56 प्राइवेट अस्पताल हैं। एक वर्ष के भीतर ही 5 लाख 50 हजार परिवारों ने अपना पंजीकरण करवाया है। अब तक 58 हजार से भी ज्यादा रोगी इस योजना का लाभ उठा चुके हैं जिन पर सरकार ने 54.75 करोड़ रुपये व्यय किए हैं। आयुष्मान भारत योजना के तहत कांगड़ा जिला में 1 लाख 72 हजार स्वास्थ्य कार्ड बनाए गए हैं। सामाजिक न्याय मंत्री ने कहा कि जिला कांगड़ा में पर्यटन की अपार सम्भावनाएं हैं। विभिन्न शक्तिपीठों और साहसिक पयर्टन के लिए देश-विदेश से हजारों पर्यटक हर वर्ष यहां आते हैं। डल झील के सौंदर्यीकरण पर 1.20 करोड़ रुपए की राशि व्यय की जा रही है। इसके अतिरिक्त सौरभ वन विहार पालमपुर पर 1.15 करोड़, कांगड़ा विलेज हॉट पर 1.20 करोड़ रुपये व्यय किये जा रहे हैं। बीड़ विलिंग में पर्यटन को विकसित करने के लिए ‘‘नई राहें नई मंजिलें’’ योजना के अन्तर्गत 21 करोड़ रुपये व्यय किये जा रहे हैं। चामुण्डा, कांगड़ा और ज्वालाजी मंदिरों के सौन्दर्यीकरण का कार्य भी आरंभ हो चुका है। श्रद्वालुओं को बेहतर सुविधायें उपलब्ध करवाने के लिये कारगर कदम उठाए गए हैं। जिला के पौंगडैम क्षेत्र को पर्यटन की दृष्टि से विकसित करने हेतू जल-क्रीड़ाओं एवं अन्य संभावित गतिविधियों का विस्तार किया जाएगा।