जयराम सरकार की गृहिणी सुविधा योजना में अपात्र भी लाभ उठा गए। विभाग ने बिना जांच पड़ताल के कई गैस कनेक्शन बांट भी दिए है। जब सरकार की नींद टूटी तो राज्य सरकार ने जांच के आधार पर गृहिणी सुविधा योजना के 37 हजार 192 गैस कनेक्शन मामलों को रद्द कर दिया है। कई परिवार इसका दोहरा लाभ ले भी चुके है कई लेने की फिराक में थे। यहां तक कि इनमें कई लाभार्थी केंद्र की मोदी सरकार की उज्ज्वला योजना से गैस कनेक्शन भी ले चुके थे। दोहरा लाभ लेने की नीयत से गृहिणी सुविधा योजना में भी गैस कनेक्शन को आवेदन कर दिया।
ऑनलाइन रिकार्ड मौजूद होने के कारण खाद्य एवं आपूर्ति विभाग ने दोहरे लाभार्थियों के आवेदनों को रद्द कर दिया है। सबसे ज्यादा मुख्यमंत्री के गृह जिला मंडी के 9880 आवेदन रद्द हुए हैं। जनसंख्या के आधार पर प्रदेश के सबसे अधिक आबादी वाले कांगड़ा जिला में 6292 आवेदनों को दोहरा पाया जाने पर खारिज किया है। इसके बाद चंबा जिला में 5005 और उसके बाद सिरमौर जिला में 4409 सर्वाधिक गैस आबंटन के आवेदन रद्द किए हैं। मौजूदा आंकड़ों के अनुसार हिमाचल में 18 लाख 75 हजार परिवार गैस कनेक्शन से जुड़ चुके हैं।
खाद्य एवं आपूर्ति विभाग को तीन लाख एक हजार 307 आवेदन प्राप्त हुए। इनमें 37 हजार 192 आवेदनों को रद्द कर दिया गया है। कई परिवारों ने गैस कनेक्शन लेने के लालच में अलग अलग राशन कार्ड भी बना लिए है। एक ही परिवार में दो भाई या मां-बाप हैं ऐसे परिवारों ने भी गैस कनेक्शन लेने के लिए तीन राशन कार्ड बना लिए हैं। इस सबके बाबजूद विभाग आंखे मूंदे है। इसकी गहनता से जांच होगी तो आधे गैस कनेक्शन में झोलमाल पाया जाएगा।