मंगलवार को प्रदेश मंत्रिमंडल की बैठक हुई। बैठक में बॉर्डर खोलने का बड़ा फैसला लिया गया है। अब हिमाचल में प्रवेश करने के लिए रजिस्ट्रेशन करवाने की जरूरत नहीं होगी। सरकार के इस फैसले से प्रदेश में आर्थिक गतिविधा को बढ़ावा मिलने की उम्मीद है। वहीं, कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए प्रदेश सरकार ने CSIR के माध्यम से 5 स्थानों पर मेक शिफ्ट अस्पताल बनाने का फैसला लिया है। यह अस्पताल शिमला, टांडा, नालागढ़, ऊना और नाहन में बनाए जांएगे। इन अस्पतालों में कोरोना मरीजों का इलाज किया जाएगा। शुरू में यह अस्पताल 50 विस्तर वाले होंगे और सभी सुविधाओं से सुसज्जित होंगे।
कैबिनेट में नर्सिंग कॉलेज से सम्बंधित नई निति का अनुमोदन भी किया है। इस के अनुसार मुख्यतः प्रदेश में नये नर्सिंग कॉलेज तभी खोले जाएंगे अगर उस संस्थान का अपना कम से कम 100 बिस्तर का अस्पताल हो। भारत सरकार के आदेशों के अनुरूप GNM कोर्स को 2021-22 के सैशन से बन्द किया जायेगा और पुराने संस्थानो को इस कोर्स को Bsc नर्सिंग में बदलने के लिये आवेदन करना होगा। ऐसे संस्थानो को खोलने के लिये पात्रता में भी कुछ बदलाव किये गये हैं। मौजूदा कॉलेज को अलग-अलग कोर्स के लिये सीटों की बृद्धि आदि का सशर्त अनुमोदन किया जाएगा और एसएसी (नर्सिंग कोर्स ) के अलावा किसी और कोर्स के लिये किसी भी मौजूदा कॉलेज को सरकारी अस्पताल के साथ fresh attachment नहीं दी जाएगी हालांकि पहले दी गई attachment यथावत रहेगी।