शिमला स्थित भारतीय उच्च अध्ययन संस्थान के जीर्णोद्धार पर 66 करोड़ खर्च किए जाएंगे। भारतीय उच्च अध्ययन संस्थान शिमला का 54वां स्थापना दिवस मनाया जा रहा है। इस मौके पर संस्थान में 3 दिन तक अलग-अलग तरह के कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। इसमें देश भर के शिक्षाविद शरीक होंगे। ये जानकारी भारतीय उच्च अध्यन संस्थान शिमला में संस्थान के निदेशक प्रोफ़ेसर मकरंद आर परांजपे ने पत्रकारों से बातचीत के दौरान दी।
उन्होंने बताया की 20 अक्तूबर 1965 को भारतीय उच्च अध्यन संस्थान की स्थापना की गई थी। प्रो. मकरंद आर परांजपे ने बताया की भारतीय उच्च अध्यन संस्थान शिमला का जीर्णोद्धार होने जा रहा है जिसके लिए केंद्र सरकार ने 66 करोड़ की राशि स्वीकृत की है।
हेरिटेज बिल्डिंग होने के नाते एएसआई की देखरेख में सारा काम काज किया जाएगा। ताकि बिल्डिंग के ऐतिहासिक पहचान को बरकरार रखा जा सके। उन्होंने बताया कि एडवांस स्टडी में शोध के साथ-साथ सिविलियन स्टडी करवाने पर भी विचार कर रहे है। इसके साथ ही इंस्टिट्यूट में आय के साधनों को बढ़ाने के लिए भी अलग अलग तरह की योजनाओं पर संस्थान विचार कर रहा है।