शहरी विकास, आवास एवं नगर नियोजन मंत्री सरवीन चौधरी ने कहा कि राष्ट्र के उत्थान में शिक्षा की उपयोगिता को देखते हुए सरकार ने सवा दो वर्षों के भीतर शिक्षा के आधार को सुदृढ़ करने पर जोर दिया है। इस दिशा में नई योजनाएं भी आरंभ की गई हैं। वर्तमान वित्त वर्ष में शिक्षा के लिए 7598 करोड रुपए के बजट का प्रावधान किया गया है। वे आज यहां राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय शाहपुर द्वारा आयोजित वार्षिक पारितोषिक वितरण समारोह में बतौर मुख्यातिथि शिरकत करते हुए बोल रहीं थी।
शहरी विकास मंत्री ने कहा कि हिमाचल प्रदेश ने शिक्षा के क्षेत्र में अभूतपूर्व विकास किया है। साक्षरता दर में केरल के बाद हिमाचल अब देशभर में दूसरे स्थान पर है। गुणवत्तायुक्त शिक्षा प्रदान करने के लिए प्रदेश में अनेक योजनाएं चलाई जा रही है। विद्यालयों की आईसीटी प्रयोगशालाओं में वर्तमान आधारभूत संरचना को सुदृढ़ करके विद्यालयों में वीडियो सम्मेलन कक्षों की स्थापना की जाएगी ताकि ऑनलाइन पठन-पाठन कार्यक्रम शुरू किया जा सके।
सुरक्षा दीवार के लिये भी 3 लाख रुपये देने की घोषणा
इस अवसर पर शहरी विकास मंत्री ने 8 लाख रुपये की लागत से निर्मित वर्षाशालिका और 3 लाख से बने फुटपाथ का उद्घाटन किया। इस अवसर पर उन्होंने शाहपुर कॉलेज से एनएच तक लिंक रोड़ बनाने के लिये 10 लाख रुपये, संगीत कक्ष के लिये तीन लाख और कॉलेज में मंच के लिये 5 लाख रुपये औऱ सुरक्षा दीवार के लिये भी 3 लाख रुपये देने की घोषणा की। उन्होंने कहा कि महाविद्यालय में कचरा प्रबंधन हेतु डस्टबिन तथा स्मार्ट क्लास रूम औऱ साइंस लैब में आवश्यक सामग्री तथा कैंपस ब्यूटीफिकेशन हेतु राशि उपलब्ध करवा दी गई है।
सरवीन ने विद्यार्थियों से आह्वान किया कि वे प्रतिस्पर्धा के दौर में कड़ी मेहनत कर हर चुनौती का सामना करने के लिए अपने आपको तैयार रखें। उन्होंने कहा कि आज के दौर में वही आगे बढ़ पाएगा, जिसमें प्रतियोगिता की भावना होगी एवं हर कला में परम्परागत होगा। उन्होंने विद्यार्थियों से शिक्षा के साथ खेल औऱ अन्य सांस्कृतिक गतिविधियों में भी बढ़-चढ़ कर भाग लेने का आह्वान किया।