वोट डालना हमारा हक है, हम सबको वोट डालना चाहिए कुछ इसी तरह का संदेश कांगड़ा जिला के शतकवीर मतदाताओं द्वारा घर-घर तक पहुंचाया जा रहा है। कांगड़ा जिला में 1952- 1957 से लेकर अब तक मतदान प्रक्रिया में शामिल रहे कांगड़ा जिला के 74 शतकवीर मतदाताओं के संदेश को जिला निर्वाचन विभाग द्वारा प्रकाशित लोकतंत्र के प्रकाश स्तंभ पुस्तिका में शामिल किया गया है।
इस पुस्तिका में शतकवीर मतदाताओं की आयु, नाम, पता, विधानसभा क्षे़त्र तथा प्रथम बार मतदान करने का वर्ष चित्र सहित छापा गया है, इस पुस्तिका को आम मतदाताओं तक भी पहुंचाया जा रहा है ताकि शतकवीर मतदाताओं से प्रेरणा लेकर युवा भी मतदान में बढ़-चढ़ कर भाग ले सकें।
जिला निर्वाचन अधिकारी डीसी कांगड़ा संदीप कुमार ने कहा कि पूरे देश में 17वीं लोकसभा के चुनाव हो रहे हैं। इस चुनाव अभियान में भारत का प्रत्येक नागरिक जिसकी आयु 01-01-2019 को 18 वर्ष पूर्ण हो चुकी है, अपने तरीके से देश के लिए नई सरकार चुनने के लिए अपनी भूमिका का निर्वहन करेगा।
उन्होंने कहा कि नए मतदाताओं को वोटिंग के लिए जागरूक करने के लिए ज़िला स्तर पर शतकवीर मतदाताओं की सूची तैयार की गई है जो इस देश में हुए पहले चुनाव से लेकर आज तक मतदान करते आए हैं। उन्होंने कहा कि स्वतंत्रता प्राप्ति के पश्चात प्रथम लोकसभा चुनाव से लेकर लगभग हर चुनाव में अपने मताधिकार का प्रयोग करके इन्होंने न केवल लोकतंत्र की जड़ों को सींचा है, बल्कि मजबूती भी दी है। यह सभी अति वरिष्ठ नागरिक हमारे लोकतंत्र के 67 वर्ष की स्वर्णिम यात्रा के साक्षात प्रमाण हैं। लोकतांत्रिक परम्पराओं में अपना अडिग विश्वास रखते हुए इन अति वरिष्ठ नागरिकों में से कई परिवारों की चार पीढ़ियां एक साथ इस लोकसभा चुनाव में अपने मताधिकार का प्रयोग करने जा रही हैं।
उन्होंने कहा कि लोकतंत्र के प्रति इन मतदाताओं के समर्पण भाव का सम्मान करने के लिए लोकतंत्र के प्रकाश स्तंभ पुस्तिका प्रकाशित की गई जिसे मतदाताओं तक पहुंचाया जा रहा है ताकि वरिष्ठ शतकवीर मतदाता आगे भी इसी प्रकार लोकतंत्र के प्रकाश स्तम्भ बनकर युवा मतदाताओं को प्रेरित करते रहेंगे।