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उत्तराखंड हादसे में हिमाचल प्रदेश के 8 युवक लापता, राकेश और पवन के परिजन उत्तराखंड रवाना

पी. चंद, शिमला |

उत्तराखंड के चमोली जिले में रविवार को ग्लेशियर टूटने से आई भयंकर बाढ़ आई थी। जिससे कई लोगों की मौत हो गई और कई लोग लापता हैं। कुछ लोग मलबे में फंसे हुए हैं जिन्हें बचाने के लिए सुरक्षाबलों ने रेस्क्यू अभियान चलाया हुआ है। बताया जा रहा है कि इस हादसे में हिमाचल प्रदेश के भी 8 युवक लापता हैं। इनमें रामपुर की किन्नू पंचायत के पांच युवक रुनपू गांव के कैलाश चंद, आशीष, बागवट के दीवान चंद, देवेंद्र और अमित और शिंगला के दो पवन कुमार और राकेश कुमार जबकि कांगड़ा जिला के पालमपुर के बंदला गांव का एक युवक राकेश कपूर शामिल है।

इसके अलावा टनल में फंसे सिरमौर जिले के माजरा गांव के जीत सिंह ठाकुर का भी अभी कोई सुराग नहीं मिल है। शिंगला पंचायत के पवन और राकेश एनर्जी पावर प्रोजेक्ट में काम करते हैं। किन्नू पंचायत के युवक प्रोजेक्ट में मरम्मत कार्य करने के लिए गए हुए थे। पवन और राकेश के परिजन चमोली रवाना हो गए हैं। पालमपुर के राकेश कपूर बंदला की नच्छीर पंचायत के हैं और ऋषि गंगा पावर प्रोजेक्ट में बतौर प्रोजेक्ट प्रबंधक काम करते हैं। एसडीएम पालमपुर धर्मेश रमोत्रा ने कहा कि अभी तक कोई सूचना नहीं आई है। वह अपने स्तर पर इसका पता लगा रहे हैं।

राकेश कपूर ने 2007 में हिमाचल प्रदेश स्कूल शिक्षा बोर्ड से जमा दो की परीक्षा उत्तीर्ण की। उसके बाद 2011 में चंडीगढ़ स्थित एनआइएमटी से सिविल इंजीनियरिंग में डिप्लोमा हासिल किया। डिप्लोमा हासिल करने के बाद उन्होंने नौकरी की शुरुआत बतौर ट्रेनी इंजीनियर के रूप में साई ऊर्जा प्रोजेक्ट में की। उन्होंने यहां नवंबर 2011 से मार्च 2013 तक कार्य किया सितंबर 2013 में उन्होंने साई इंजीनियंरिग फाउंडेशन में बतौर साइट मैनेजर के रूप में कार्य करना शुरू किया। अप्रैल 2015 में उन्होंने नौकरी छोड़ स्नो ड्यू हाइड्रो इलेक्ट्रिक पॉवर प्रोजेक्ट में बतौर सीनियर साइट मैनेजर ज्वायन किया। अप्रैल 2019 में राकेश ने उत्तराखंड के ऋषि गंगा प्रोजेक्ट में ज्वायनिंग दी। वर्तमान में वह यहां प्रोजेक्ट मैनेजर के रूप में कार्यरत हैं। राकेश को पॉवर हाउस, बैराज और डी टैंक बनाने में दक्षता हासिल है।