वन मंत्री राकेश पठानिया ने सोमवार को जिला मुख्यालय धर्मशाला में 1.66 करोड़ से अधिक के शिलान्यास किए। पठानिया ने कहा कि उम्मीद है कि इन कार्यों को एक साल में पूरा करके जनता को समर्पित कर दिया जाएगा। पठानिया ने कहा कि प्रदेश में ईको टूरिज्म के लिए प्रदेश में 9 साइटस की आइडेंटिफिकेशन कर रहे हैं, लेकिन 2 साइटस ऐसी हैं जिनकी प्रक्रिया पूरी करके प्रेजेंटेशन तैयार करके केंद्र सरकार को भेजी है जिसमें पराशर झील मंडी और जोत चंबा शामिल है।
पठानिया ने कहा कि ओलंपिक, एशियन गेम्स और कॉमन वेल्थ के लिए जो भी टीम बाहर जाती हैं, उन खिलाडिय़ों एथलीटस को भारत सरकार विदेश में भेजती है। इसलिए भारत सरकार को प्रपोजल भेजा है, ऐसे एथलीट को विदेशों में नहीं, हिमाचल प्रदेश में भेजिएगा, क्योंकि हम यहां पर एक अच्छा टे्रनिंग सेंटर बनाना चाहते हैं।
उन्होंने कहा कि दुर्लभ जड़ी-बूटियों के लिए एक अलग से विंग बनाया है। इसके लिए दो लोग मंडी से हायर किए हैं, जिन्हें 50 साल का अनुभव है। शिमला में जाइका के तहत इसके लिए कार्यालय खोला है। सौरभ वन विहार का कार्य भी हमने शुरू कर दिया है।
स्पोर्टस हॉस्टल की आई दो प्रपोजल
राकेश पठानिया ने कहा कि स्पोर्टस हॉस्टल की प्रपोजल साई और खेल विभाग से मिली हैं। अगले माह 18 करोड़ रुपये का एक्सीलेंस सेंटर फार शूटिंग धर्मशाला खुलेगा, जिसका शुभारंभ सीएम जयराम ठाकुर द्वारा वर्चुअली किया जाएगा। धर्मशाला में बैडमिंटन की इंटरनेशनल एकैडमी के लिए हमारे प्रयास अंतिम चरण में है, इसके लिए साइना नेहवाल से एमओयू जल्द साइन होगा। इसके अतिरिक्त शहरी विकास विभाग के माध्यम से धर्मशाला के लिए इंडोर आइस स्केटिंग की प्रपोजल भी भेजा है, जिसमें ऑटोमेडिकली बर्फ बनाकर उस पर आइस स्केटिंग करेंगे। टूरिस्ट डेस्टीनेशन बन जाएगा। आइस स्केटिंग में 4 इवेंट ओलंपिक के हैं, विंटर गेम्स के हैं।