सोलन के उपमंडल दाडलाघाट में हाईटेंशन बिजली की चपेट में आई 10 वर्षीय निरुपमा को इंसाफ दिलाने के लिए कोर्ट का सहारा लिया जाएगा। हाई वोल्टेज करंट से अपना दाहिना बाजू गंवा चुकी निरुपमा को 'हिमाचल बचाओ मंच' के संस्थापक एसएस गुलेरिया की अध्यक्षता में धर्मशाला पहुंची निरुपमा ने अपना दर्द बयां किया। इस दौरान उनके साथ आए उसके पिता राजेश और नाना छोटे राम और मनवीर भी उसके साथ पहुंचे हुए थे।
निरुपमा के पिता ने बताया कि उनकी बेटी 10 फरवरी, 2018 को बच्चों के साथ खेल रही थी और 11000 वोल्टेज की बिजली की लाइनों की चपेट में आ गई थी। पीजीआई चंडीगढ़ में उसका हाथ काटना पड़ा था। उन्होंने बताया कि उनकी मासूम बेटी के साथ इतना बड़ा हादसा होने के करीब चार महीने बीत जाने के बाद भी कोई नेता उनकी मदद करने के लिए नहीं आया।
उन्होंने कहा कि अब तक जिला प्रशासन ने उनकी बेटी की कटी हुई बाजू की कीमत 15 हजार रुपए लगाई है। साथ ही उन्होंने बताया कि बिजली बोर्ड के कर्मचारी अब उनके परिवार पर मामले को दबाने का दबाव बना रहे हैं।
मंच के संस्थापक ने कहा कि मंच पहले भी करंट से अपने दोनों बाजू गंवा चुके नवल कुमार की लड़ाई को कोर्ट में जीत कर उसे 1 करोड़ 25 लाख रुपए का मुआवजा दिला चुके हैं। इसके अलावा चंबा जिला से संबध रखने वाले अजय को भी इंसाफ दिलाने में प्रयासरत हैं। उन्होंने कहा कि हैरानी इस बात कि है कि इतना लंबा अरसा बीत जाने के बाद भी कोई सरकारी मदद पीड़ित मासूम निरुपमा को आज दिन तक नहीं मिल पाई है। उन्होंने कहा कि अब मंच निरुपमा को इंसाफ दिलाने के लिए कोर्ट का सहारा लेगा।