Himachal Guest Teacher Recruitment: अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) ने सोमवार को प्रदेश सरकार के शिक्षण संस्थानों में अतिथि शिक्षकों की भर्ती के फैसले के खिलाफ धरना प्रदर्शन किया। एबीवीपी की प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य धृति ने कहा कि यह फैसला युवाओं के भविष्य के साथ धोखा है। उन्होंने कहा कि सरकार ने पहले भी अतिथि शिक्षकों की भर्तियों को लेकर निर्णय लिया था, लेकिन प्रदेश के युवाओं के विरोध के चलते उसे वापस लेना पड़ा था।
एबीवीपी का आरोप है कि सरकार स्थाई रोजगार देने से बच रही है और गेस्ट शिक्षकों के नाम पर केवल गैप अरेंजमेंट कर रही है। सरकार के इस फैसले के अनुसार, शिक्षकों को प्रति पीरियड 200 से 550 रुपये तक का मानदेय दिया जाएगा। इसके तहत राज्य में 2600 अतिथि शिक्षकों की नियुक्ति की जानी थी।
राज्य मंत्रिमंडल ने यह फैसला दुर्गम और जनजातीय क्षेत्रों सहित विभिन्न स्थानों पर रिक्तियों को भरने के लिए लिया था। लेकिन परिषद का कहना है कि यह निर्णय उन छात्रों के साथ अन्याय है जिन्होंने नेट और सेट जैसी परीक्षाएं पास करके स्थाई नौकरी की उम्मीद की थी।
परिषद ने कहा कि यह फैसला शिक्षा प्रणाली को कमजोर करेगा और युवाओं को स्थाई रोजगार से वंचित रखेगा। प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य संदीप ने कहा कि यदि सरकार ने यह फैसला जल्द वापस नहीं लिया, तो विद्यार्थी परिषद प्रदेश स्तरीय उग्र आंदोलन करेगी।